ऊॅचाहार रायबरेलीः ब्यूरो। एनटीपीसी ऊंचाहार में हुए हादसे से एनटीपीसी परिवार हतप्रभ जरूर है लेकिन प्रत्येक क्षेत्र में तत्परता से रात दिन काम करके सभी लोगो का विष्वास जीतने के लिए भी बेताब है। इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए घायल मरीजों को उच्चतम गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधा के साथ साथ जले हुए अंगों की प्लास्टिक सर्जरी (स्किन ग्राफिंटग) कराकर शरीर को न केवल पुराने रूप में लाने बल्कि उसको निखारने का भी काम एनटीपीसी कर रही है ताकि घायल पीड़ित पूरे आत्मसम्मान के साथ जीवन जी सके। प्लास्टिक सर्जरी(स्किन ग्राफिंटग) के बाद स्वस्थ्य लाभ ले रहे उमाशंकर पांडे ने बताया की हादसे में घायल होने के बाद उसने जीने की उम्मीद छोड़ दी थी। एनटीपीसी ने उसे बचा तो लिया लेकिन वो इस हीन भावना से ग्रसित था कि अब जले के निशान लेकर वो समाज में कैसे जिएगा। पीड़ित ने कहा कि प्लास्टिक सर्जरी (स्किन ग्राफिंटग) कराकर ईश्वर के द्वारा दिये गए शरीर की तरह रूप निखार कर एनटीपीसी ने जो अनुकंपा की है उसके लिए एनटीपीसी भी मेरे लिए भगवान कि तरह है। अब मेरा पूरा जीवन यदि एनटीपीसी की सेवा में लगा रहे तो भी उसके ऋण से उऋण नहीं हो पाऊँगा। इसी प्रकार कि भावना कृतज्ञ भाव से व्यक्त करते हुए हरिकिशन ने बताया कि उसकी प्लास्टिक सर्जरी (स्किन ग्राफिंटग) कराकर एनटीपीसी ने यह सिद्ध कर दिया है कि वो बिजली पैदा कर के केवल घरों को ही रोशन नहीं करती बल्कि एक महान संवेदनशील और सामाजिक सरोकारों के प्रति जबाबदेह संस्था के रूप में कार्य करते हुए लोगो के दिलों को भी रोशन करने का कार्य करती है। ज्ञातव्य हो कि हादसे में घायल लोगो का एनटीपीसी ने अच्छा से अच्छा इलाज कराया तथा जले हुए भाग की प्लास्टिक सर्जरी (स्किन ग्राफिंटग) करा कर उनके रूप को सवारने का काम किया है।