चकरनगर, इटावाः राहुल तिवारी। आजकल लकड़हारों ने जंगल को पूर्णतयः नष्ट करने की मानो कसम सी खा रखी हो। देखा जा सकता है दिनदहाड़े लकड़ी का चलता व्यापार सड़कों पर पुलिस प्रशासन और रेंज विभाग पूर्ण रूप से गांधारी पट्टी बांधे बैठा है और बगैर नंबर के ट्रैक्टर चोटी तक भरकर लकड़ी का व्यापार करने में जुटे हुए हैं। चकरनगर क्षेत्र के अंतर्गत जंगलों का कटान, जंगलों के किनारे खड़े पेडों का कटान बड़े पैमाने पर चल रहा है जिसमें शीशम, आम, नीम, बबूल, पापरी, छेंकुर यूं कहें कि जो प्रतिबंधित लकड़ी है उसे भी धड़ल्ले से काट छांट कर दिनदहाड़े ट्रेक्टरों में भरकर गंतव्य स्थानों तक ले जाया जा रहा है। साथ में लगे चित्र में बगैर नंबर का टेक्टर ड्राइवर धड़ल्ले से लुधियानी रोड पर निवाड़ी की तरफ फर्राटे भरता चला जा रहा है। बीच में जो भी थाने पड़े हो किसी ने यह नहीं देखा कि यह प्रतिबंधित लकड़ी पापरी ट्रैक्टर में भरकर बेचने के लिए जा रही है। जिला प्रशासन को चाहिए कि इस प्रतिबंधित लकड़ी का व्यापार जोरों पर चल रहा है अपने अधीनस्थों को कहें कि वह एक खुले व्यापार के लिए, कानून को ठेंगा दिखा रहे हैं अरे कुछ तो शर्म करें!