इटावाः जन सामना ब्यूरो। ‘पढ़े बेटियां, बढ़ें बेटियां’ उत्तर प्रदेश में बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दिया गया है लेकिन यह नारा कम से कम इटावा में तो बेमानी होता दिखाई दे रहा है जहां कल से अपने पिता को न्याय दिलवाने के लिए एक बेटी जो कानपुर विश्वविद्यालय से एल एल बी की छात्रा है, अपने पिता को ढूंढने के लिए अपने परिवार के साथ पिछले दो दिनों से डी एम कार्यालय के पास भूख हड़ताल पर बैठी है। भूख हड़ताल पर बैठने से एक बेटी की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
जी हां मामला है इटावा के जसवंतनगर थाना क्षेत्र का है जहां 5 माह पहले अपहत हुए पूर्व सभासद और भट्टा व्यवसाई गिरीश उर्फ भोले का अपहरण कर लिया गया है, लेकिन 5 माह बीत जाने के बाद भी पुलिस अपहरण का खुलासा करने में नाकाम रही। थकहार कर परिवार इटावा कचहरी में कल से भूख हड़ताल पर बैठ गया। पुलिस के उच्च अधिकारियों ने परिजनों को समझने की बहुत कोशिश की लेकिन परिजन नहीं माने। अपहरण का खुलासा करने के लिए भूख हड़ताल पर बेटी अपनी माँ और अन्य परिजनों के साथ बैठी है और वही अपनी पढ़ाई कर रही है। बताते चले अपहरण हुए गिरीश यादव की बेटी कानपुर विश्वविद्यालय से एल एल बी कर रही है और 1 माह बाद होने वाले परीक्षा की तैयारी भूखे रहते हुए कर रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या एक बेटी की पढ़ाई भूखहड़ताल के चलते प्रभावित नहीं होगी….?