Monday, November 25, 2024
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आने वाली पीढ़ी को देना है बेहतर पर्यावरणः संजीव

इटावाः राहुल तिवारी। जिस देश की संसद का हर सत्र हंगामे की भेंट चढ़ रहा हो वहां पर्यावरण संरक्षण के लिए बच्चों की एकजुटता और पर्यावरण संसद के साथ कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हो तो माहौल कुछ अलग ही होता है। ऐसा ही कुछ नजारा इटावा महोत्सव के पंडाल में देखने को मिला। शनिवार को छात्र पर्यावरण संसद के कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं पर्यावरण संरक्षण, संवर्धन व सतत विकास पर चर्चा करने के लिए जुटे। रैमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित भारतीय वन सेवा के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने बच्चों के इस प्रयास की सराहना करते हुए इसे देश का एक मात्र पर्यावरण चेतना संबंधी कार्यक्रम बताया।
शनिवार को जिले भर के विभिन्न विद्यालयों से आए पांच सैकड़ा से अधिक छात्र-छात्राओं ने छात्र पर्यावरण संसद में अपनी प्रतिभागिता की। सेविन हिल्स की छात्रा साक्षी राठौर को बाल संसद का स्पीकर बनाया गया। बिना किसी हंगामे के चुने हुए छात्र व छात्रों ने अपने प्रश्न सभा में उठाए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईएफएस अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने कहा कि आजादी के 70 सालों में हमने पर्यावरण के महत्वपूर्ण घटक जंगल, नदी, मिट्टी व हवा को खो दिया है। पर्यावरण चेतना के लिए हो रहा यह प्रयास सराहनीय है। जिस देश को पर्यावरण का वरदान मिला है। वह आज अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर ह्यूमन डवलपमेंट इंडेक्स में 140 वे स्थान पर आ चुका है। यह देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें जापान, इजराइल जैसे देशों से पर्यावरण संरक्षण का संदेश सीखना चाहिए। दिल्ली जैसे हालात पूरे देश में हो सकते हैं। इसलिए समय रहते इस चेतावनी को समझकर पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन की ओर हमें काम करना होगा।
जीवन शैली में जरुरी सुधार के साथ ही हम पर्यावरण को सहेज सकते हैं। यह एक दिन के प्रयास से संभव नहीं है। क्योंकि हमें आने वाली पीढ़ी को बेहतर पर्यावरण देना है। विशिष्ट अतिथि सीडीओ पीके श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चे इस अभिमान के साथ जिए कि उनके अभिभावक पर्यावरण संरक्षण के लिए उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे। कार्यक्रम संयोजक सेविन हिल्स के प्रधानाचार्य कैलाश चन्द्र यादव व संजय सक्सेना ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर एसडीएम सदर सिद्धार्थ, प्रधानाचार्य डा.मुकेश यादव, सुनील दत्त अवस्थी, सुनील पांडेय, प्रमेन्द्र कुमार सिंह, पर्यावरण विद् निर्मल सिंह, प्रो.शैलेन्द्र शर्मा, माधवेन्द्र शर्मा, डा.आशीष दीक्षित, आकाशदीप जैन, रामजनम सिंह आदि लोग मौजूद रहे।