Monday, November 25, 2024
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मानव अधिकारों के संरक्षण में संतो की भूमिका पर हुई गोष्ठी

लालगंज, रायबरेलीः जन सामना ब्यूरो। रालपुर स्थित स्वामी सूर्य प्रबोध इण्टर कालेज अनंगपुरम के प्रांगण मे मानव धिकारों के संरक्षण मे संतो की अहम भूमिका पर गोष्ठी आयोजित की गयी। गोष्ठी का आयोजन मूल अधिकार एसोसिएसन संस्था के राष्ट्रीय महा सचिव श्रीराम पाण्डेय की अगुवाई व नेतृत्व मे किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी भास्कर स्वरूप जी महराज के द्वारा की गयी। स्वामीजी के साथ ही मंच पर स्वामी सुरेसाश्रम जी, स्वामी भृगुस्वरूप जी महराज, लालगंज पीजी कालेज प्राचार्य डा0 अरूण कुमार सिंह, डा0 एमडी सिंह, शिवगोपाल सिंह, रज्जन प्रसाद शुक्ला, बलदेव सिंह सागर भी मौजूद थे। संस्था के जिला प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि मूल अधिकार एसोसियेसन ने कहा कि मानवाधिकार,शिक्षा, पर्यावरण व सामाजिक सरोकारों के क्षेत्र मे कार्य करने वाली संस्था है। यह संस्था मानवाधिकार के उल्लंघन के समन करने के लिये बनायी गयी है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्वामी भास्कर स्वरूप जी महराज ने कहा कि अगर समाज के अग्रणी लोग भ्रष्टाचार समाप्त करने को एक राय से अग्रसर हो जाये तो मानवाधिकारों का संरक्षण होने मे देर नही लगेगी। स्वामी जी ने कहा कि गीता के अनुकरण से ही मानव के अधिकारों का संरक्षण किया जा सकता है। सर्वेभवन्तु सुखिनः के आधार पर किया गया कार्य ही मानवाधिकार हैं। मानव के अधिकारों के रक्षा के लिये ही भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत मे सज्जनो का साथ दिया था व भगवान राम ने लंका पर चढाई कर रावण को मार गिराया था। वहीं कार्यक्रम का संचालन कर रहे श्रीराम पाण्डेय ने कहा कि मानव अधिकार का दायरा संविधान से भी बडा है। ग्रामीण क्षेत्र मे मानव अधिकारो के प्रति जागरूकता कम है। शासन,प्रसासन व पुलिस मानव अधिकारो का हनन अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रो मे ही करती है। जरूरत है सभी को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की। अगर हिन्दुस्तान का संत परिवार आगे आ जाये तो निष्चित रूप से मानव अधिकारों के संरक्षण मे तेजी आयेगी। बिना मानव अधिकार संरक्षण के लोकतंत्र मजबूत नही हो सकता है। श्रीराम पाण्डेय ने गोष्ठी मे आये हुये लोगों का आहवान किया कि मानवाधिकार के प्रति सभी को बढचढ कर कार्य करना चाहिये। महान कवि सतीस कुमार सिंह ने सभी महानुभावों का परिचय कराया। कार्यक्रम का प्रारम्भ सरस्वती वन्दन व मंचासीन लोगों के माल्यार्पण से शुरू हुआ। इस अवसर पर अमर बहादुर पटेल सहित सैकडों लोग मौजूद रहे।