कानपुर/घाटमपुर, शीराजी। भुगतान में विलंब और पुलिस उत्पीड़न से परेशान पीएसीएल फील्ड कर्मियों ने जुलूस निकालकर तहसील कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया और उत्पीड़न व पुलिस सहयोग के लिए तहसीलदार घाटमपुर को ज्ञापन सौंपा। जुलूस में चल रहे पीएसीएल कर्मी ’’पहले भुगतान फिर मतदान’’ ’6 करोड़ गरीब का पैसा पीएसीएल कंपनी से वापस दिलाओ’ ’’अरुण जेटली मुर्दाबाद’’ आदि की तख्तिया लेकर नारे लगाते हुए मुख्य मार्ग से भ्रमण करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे और तहसीलदार को ज्ञापन देकर अपनी मांगों से परिचित कराया। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य अमर सिंह निषाद ने बताया कि 22 अगस्त 2014 को रियल स्टेट कंपनी पीएसीएल को सेबी ने इस निर्देश के साथ अपना कारोबार बंद करने का निर्देश दिया था। कि कंपनी 3 माह में निवेशकों का पैसा लौटा दे विकास त्रिपाठी ने बताया कंपनी का कारोबार बंद हो जाने से छह करोड़ निवेशकों की खून पसीने की गाढ़ी कमाई फंस गई है। लाखों कर्मचारी बेरोजगार हो गए जिन्हें पुलिस कर्मियों द्वारा परेशान किया जा रहा है। शिवनाथ साहू ने बताया कि जयपुर हाई कोर्ट ने कंपनी के काम को इसकी स्थापना के कुछ वर्षों बाद एक मुकदमे के फैसले में वैध करार दिया गया था इस कारण कंपनी पर अविश्वास करने का कोई अधिकार नहीं था अमर सिंह निषाद के अनुसार सेबी के आदेश के विरुद्ध कंपनी ने ट्रिब्यूनल कोर्ट में अपील की थी जहां से राहत ना मिलने पर कंपनी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया सुप्रीम कोर्ट ने सारे पक्षों को सुनने के बाद 2 फरवरी 2016 को न्यायमूर्ति सेवानिवृत्त आर एम लोढ़ा की अध्यक्षता में समिति गठित करने का सेबी को आदेश दिया और कहा कि समिति की निगरानी में कंपनी की संपत्ति बेचकर एग्रीमेंट की शर्तों के अनुसार निवेशकों का भुगतान कराया जाए। परंतु जिस सेबी कंपनी ने 3 माह में निवेशकों का पैसा लौटाने को कहा था वहीं से भी स्वयं 2 वर्षों से भी अधिक समय में भुगतान शुरू नहीं कर पाई है जिससे निवेशकों में आक्रोश बढ़ रहा है। च्।ब्स् कर्मियों ने आज तहसील दिवस में इस आशय का ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा सभी थानाध्यक्षों थाना इंचार्ज हो इस बात के लिए निर्देशित किया जाए कि पीएसीएल कंपनी के फील्ड कार्यकर्ताओं को पुलिस परेशान ना करें बल्कि उन्हें सुरक्षा प्रदान करें साथ ही यह भी मांग की कि निवेशकों का भुगतान शीघ्र शुरू कराया जाए इस मौके पर विकास त्रिपाठी, मुन्ना लाल प्रजापति, रामदास साहू, संतोष कुमार मिश्रा, प्रदीप कुमार, अमर सिंह निषाद, राम किशोर यादव आदि एक सैकड़ा कर्मी मौजूद रहे।