कृषि व किसान विकास के लिए खरीफ गोष्ठी व प्रदर्शनी मेले से महत्वपूर्ण जानकारियां लेकर जाए किसान: डीएम
जनपद में उन्नतिशील बीज व खाद, कृषि रसायन की कोई नही कमी, किसान जैविक खादों पर दे अधिक ध्यान: राकेश
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। विकास भवन के सभाकक्ष जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी/कृषि निवेश मेला प्रर्दशनी का फीता काटकर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने उद्घाटन किया तथा गोष्ठी का दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ भी किया। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि किसान खरीफ अभियान की सफलता के लिए कृषि विभाग तथा प्रदेश कृषि नीति द्वारा बताए गए दिशा निदेर्शो व आधुनिक तरीके से कृषि कर कृषि उपज व उत्पादन बढ़ाकर कृषि व किसान विकास समृद्धि मे आगे आए। किसानो के लिए कठिनाई मुश्किलें, बाधाएं आती रहती है परन्तु वह बाधाओ से विचलित हताश न हो। कोई न कोई रास्ता निकालकर कृषि विकास कर अग्रिम स्थान प्राप्त करते है किसानो के विकास, उत्थान तथा उन्नयन के प्रति देश व प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन पूरी तरह से संवेदनशील है। सरकार की परिकल्पना है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी से अधिक कर समृद्धिशाली व सशक्त बनाना है। अर्थ व्यवस्था में कृषि का रोल है। सरकार द्वारा चलायी जा रही कल्याणकारी, लाभपरक योजनाओ का किसान बढ़चढकर लाभ ले। किसान व्यवसाय से अधिक कृषि अपनी संस्कृति समझे तथा प्रगतिशील किसान बनने की ओर अग्रसर निरन्तर है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि जनपद मे कृषि विकास की असीम संभावना है। आधुनिक तकनीकी उन्नतिशील बीज, खाद आदि उपयोग कर उपज बढ़ाए तथा किसान कहने और कहलाने मे गर्व महसूस करे। नहरों आदि से सिचाई की दुरस्त व्यवस्था कराये जाने के भी निर्देश दिये गये है। जनपद में उन्नतिशील बीज व खाद, कृषि रसायन की कोई कमी नही है। किसान जैविक खादों पर अधिक ध्यान दे। उन्होंने सिचांई अभियंता को निर्देश दिये कि वे सिल्ट सफाई कराकर दूरदारज के किसानों को पानी मुहैया कराये। इसके अलावा जो खराब ट्रान्सफार्मर है उसको विद्युत विभाग तत्काल ठीक करायें।जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि गेंहू की रिकार्ड पैदा हुआ है सरकार द्वारा समर्थन मूल्य भी अच्छा है बाजार भाव से लगभग 200रू0 अधिक है रिकार्ड पैदावार से स्टोरेज की समस्या थी जिसका समय रहते निदान कर लिया गया। भी निकिसान कृषि विविधिकरण के माध्यम से खेती करें और उसकी आय कैसे दोगुनी हो इस पर चिंतनमंथन व कार्य करें। मत्स्त्य पालन, पशुपालन आदि को भी अपनायें, उन्होंने उपनिदेशक कृषि से कहा कि वे खरीफ की फसल वृद्धि के लिए एक कन्ट्रोल रूम भी खोल दे वहां पर एक फोन व स्टाफ पूरी तरह सक्रिय करे। किसानों की जो भी समस्यायें आये उसको लिखकर उसका निस्तारण किया जाये। उन्होने किसानों से कहा कि उनकी कोई समस्या हो तो वह सीडीओ साहब को दे दे इनके माध्यम से आज शाम को मेरे पास पहुंच जायेंगी। मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह ने कहा कि किसानो से कहा कि बाहर स्टाल लगा हुआ है जिसमें किसान अपना पंजीकरण अवश्य करा ले तथा मोबाइल नंबर आदि भी नोट करा दे। उन्होंने कहा जिन किसानों ने गेंहू क्रय केन्द्रो पर नही दिया है वो क्रय केन्द्रों पर गेंहू तत्काल पहुंचाकर जनपद में गेंहू क्रय की खरीददारी को उच्च स्तर पर पहुंचाये। भगवान के बाद किसान को भी भगवान व अन्नदाता के रूप में जाना जाता है। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा बजट में अधिक प्रतिशत बजट किसानों के विकास के लिए रखा गया है। किसान जागरूक हो तथा अपनी फसल को उपजाकर अपनी आय बढ़ायें। किसी प्रकार की आपदा आती है तो उसका अनुदान बिना किसी भेदभाव के सभी को मिलेगा। फसल बीमा किसानो के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि किसान जैविक खादों का प्रयोग करें। रसायनिक खादो की जहां जरूरत हो वही करे इसके अलावा पानी का पूरी तरह सदुपयोग करे। उपनिदेशक कृषि विनोद कुमार यादव ने कहा कि खरीफ अभियान के अन्तर्गत विकासखण्डवार लक्ष्य आच्छादन किया गया है। जिसमें खरीफ वर्ष 2018 में कुल खाद्यान उत्पादन लक्ष्य 222538 मै0टन एवं तिलहन उत्पादन 396 मै0टन, कुल उत्पादन 222934 मै0टन निर्धारित किया है। साथ ही फसलवार धान, मक्का, ज्योर, बाजरा, उरद, मूंग, अरहर,तिल, सोयाबीन आदि किसान लक्ष्यों को प्राप्त करने में आगे आएं। किसान विविधीकरण खेती को अपनाएं तथा अपनी उपज बढ़ाए। कृषि वैज्ञानिक डा0 अरविन्द कुमार, डा0 अभिमन्यु, कृषि अधिकारी सुमित पटेल ने किसानों से कहा कि वे कृषि वैज्ञानिको द्वारा नित खोज किए जा रही है आधुनिक खेती कृषि उपकरण यंत्र आदि को भी जाने तथा उसके अनुरूप खेती करे। खरीफ उत्पादन कार्यक्रम शासन द्वारा जारी कर दिया गया है लक्ष्य के अनुरूप खरीफ फसल वृद्धि के समुचित उपाय किए जाएं। ऐसी फसलो केा अधिक बोए जिससे खरीफ फसल उत्पादन मे वृद्धि हो। किसान व कृषि समृद्धि विकास की ओर बढ़े। डीडीओ अभिराम त्रिपाठी, परियोजना निदेशक एसके पाण्डेय, उपनिदेशक कृषि विनोद कुमार यादव, एआर कोपरेटिव रमेश कुमार गुप्ता, जिला खाद्य विपणन अधिकारी शिशिर कुमार, वैज्ञानिकों डा0 अभिमन्यु यादव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी केएस यादव, अधिशाषी अभियंता विद्युत आदि सहित कई प्रगतिशील किसानों, प्रधानों ने भी अपने विचार रखे। किसानों ने महत्वपूर्ण सुझावों आदि से अवगत कराया। कृषि गोष्ठी व किसान मेले मे किसानो को कृषि संबध्ंाी लिटरेचर एक साल नई मिसाल, सबका साथ सबका विकास आदि कृषि संबंधी पुस्तकें भी निःशुल्क वितरित की गयी। किसान मेले व प्रर्दशनी को जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने उद्यान, मत्स्य, वन, कृषि, पशु पालन, भूमि सुधार विभाग की स्टाल को देखा तथा संबंधित को उचित दिशा निर्देश भी दिए। किसान मेले व प्रर्दशनी मे कृषि विभाग द्वारा भी कृषि विकास लिटेªचर दिया गया। कार्यक्रम में पात्र किसानों को फसल बीमा योजना का प्रमाण पत्र भी दिया गया।