Sunday, November 24, 2024
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नक्सल प्रभावित गांवों में शिक्षा का अलख जगाने का कार्य होप ने उठाया

नशा जुआ छोड़ो शिक्षा से नाता जोड़ो- ’ग्रीन ग्रुप’
मीरजापुर, संदीप कुमार श्रीवास्तव। मिर्जाओ के शहर मीरजापुर में शिक्षा का अलख जगाने का कार्य होप संस्था के युवाओं ने उठाया है, बीएचयू, डीयू, और काशी विद्यापीठ के छात्रों द्वारा गठित होप टीम ने नक्सल प्रभावित गांव में जाकर शिक्षा के जमीनी हकीकत की पड़ताल की।
मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी के निर्देशन में होप संस्था द्वारा गठित ग्रीन ग्रुप महिलाओं ने शिक्षा की अलख जगाने के लिए ग्रीन ग्रुप की महिलाओं ने कमर कस ली है। नक्सल नाम से बदनाम गांव में शिक्षा का स्तर काफी दयनीय है, ’ग्रीन ग्रुप की महिलाओं ने पहले स्वयं शपथ लेकर अपने घर और सगे संबंधी के बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलवाने की शपथ ली’ साथ ही साथ ग्रीन ग्रुप की महिलाओं ने अपने गांव में शिक्षा जागरूकता के लिए गांव में मार्च निकाला और घर-घर जाकर लोगों से यह अपील की अपने अपने बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने हेतु स्कूल भेजें और ग्रीन ग्रुप की महिलाओं ने यह भी आवाहन किया कि सिर्फ बेटों को ही नहीं शिक्षा देनी है बेटियों को भी स्कूल भेजें।
उन्होंने कहा सिर्फ बेटों को ही स्कूल नहीं भेजना है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम जमीनी रूप देने के लिए बेटियों को भी स्कूल भेजें। नक्सल प्रभावित गांव की शिक्षा के मामले में स्थिति यह है वहां हाईस्कूल पास बच्चों को अक्षर ज्ञान नहीं है,शिक्षा का स्तर वहां काफी दयनीय है, शिक्षा को लेकर वहां के लोग जागरुक नहीं है इस परिस्थिति में ग्रीन ग्रुप ने वहां शिक्षा का अलख जगाने का बीड़ा उठाया है जिनको की महिलाओं ने घर-घर जाकर जागरूक की और शिक्षा को लेकर रैली भी निकाली।
ग्रीन ग्रुप की महिलाओं ने नारा दिया-
-गांव गांव में हो शिक्षा का उजियारा।
-सब पढ़े सब बढ़े। – नशा जुआ छोड़ो शिक्षा से नाता जोड़ो, जैसे नारा के साथ गांव वालों को जागरुक किया गया। होप संस्था के संदीप ने कहा की अगर बच्चों को सही से शिक्षा दिया जाए तो वह नशा जुआ जैसे कुरीतियों से दूर रहेगा और वह अपने आपको मूलधारा में शामिल कर सकेगा।