लखनऊ में आलमबाग बस टर्मिनल का हुआ उद्घाटन
लखनऊ, राम प्रकाश वरमा। राजधानी में करोड़ों की लागत से बने आलमबाग बस अड्डे का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच किया। मंच पर उनके साथ उनकी आधी कैबिनेट मौजूद थी। इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर के बस टर्मिनल का निर्माण पीपीपी मॉडल पर लखनऊ के नामचीन बिल्डर शालीमार कारपोरेशन ने किया है। यहां से रोज 750 बसों का संचालन होगा। यह बस अड्डा साढ़े तीन एकड़ से भी अधिक क्षेत्र में तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस फैला है। मुख्यमंत्री ने बस टर्मिनल का उद्घाटन करते हुए परविहन मंत्री, विभाग के अधिकारियों की पीठ ठोकते हुए कहा कि साल भर में उन्होंने बहुत बेहतर प्रयास किया है। यह प्रदेश में पहला प्रयास है, इससे लोगों की यात्रा सुगम होगी। उन्होंने एक साल में परिवहन विभाग द्वारा दिए गये 122 करोड़ के मुनाफे की तारीफ करते हुए हुए कहा कि पहले तो पता ही नहीं चलता था कि परिवहन विभाग कब बंद हो जाएगा। योगी ने अपनी पीठ अपने हाथों से ठोकते हुए कहा कि हमारी सरकार बनने से पहले आवास के मामले में उत्तर प्रदेश 17वें नंबर पर था अब पहले नंबर पर है। हमने बिजली के क्षेत्र में भी बड़े काम किये हैं। हमने पिछले साल मेट्रो दी थी और आज बस टर्मिनल की सौगात दी जा रही है। यहां से प्रदेश ही नहीं पूरे देश के यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी। यह पहला बस अड्डा है जो मेट्रो स्टेशन से सीधा मिला हुआ है।
बताते चलें इस बस अड्डे पर आधुनिक सुविधाओं में बैंक-पोस्ट ऑफिस के साथ 125 कमरों का होटल, 6 मल्टी स्क्रीन सहित पूरा बस स्टेशन वातानुकूलित है, खाने के बेहतर इंतजाम है। ड्राइवर/कन्डक्टर के लिए डारमेट्री, स्टाफ के लिए 100 बिस्तरों की अलग डारमेट्री के साथ यात्रियों के लिए क्लाक रूम, एसी, नॉन एसी, एसी वोटिंग रूम, लगेज स्कैनर, वाई-फाई के साथ सीसीटीवी से पूरे बस अड्डे की निगरानी भी होगी। 50 बसों की 200 यात्री वाहनो की पार्किंग सुविधा, 17 टिकट व पूछताछ काउन्टर बने हैं।
गौरतलब है कि आलमबाग बस अड्डे को मायावती सरकार ने बनाया था बाद में जब समाजवादी सरकार आई तो इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए अखिलेश सरकार ने पीपीपी मॉडल पर इसे शालीमार ग्रुप को सौंपा जो पिछले 4 सालों से बन रहा था। यही वजह थी कि कल सपाइयों ने इसका उद्घाटन पहले ही कर दिया था। इसी तरह मेट्रो और आगरा हाइवे भी अखिलेश सरकार की मशक्कत के नतीजे हैं। अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट कनाट प्लेस को योगी सरकार ने बेच दिया है। सवा साल में पूर्वांचल एक्सप्रेस कागजों पर बन रहा है कोई बड़ी कम्पनी उसे बनाने के लिए आगे नहीं आ रही और अभी तक पूरी जमीन के अधिग्रहण का मामला भी नहीं निपटा है। आवास में नंबर वन, स्मार्ट सिटी में नंबर वन, बिजली, गैस कनेक्शन में नंबर वन का सच यह है कि अभी तक राजधानी में ही आवास के लिए जमीन तक उपलब्ध नही है, स्मार्ट सिटी का एक भी कदम आगे नहीं बढ़ सका, अव्वल बिजली के नाम पर पूरे प्रदेश में पुलिस उपभोक्ताओं को लाठिया रही है, गैस कनेक्शन का सच खाली सिलेंडरों से देखा जा सकता है। असलियत यह है कि सवासाला योगी सरकार ने उधार के उद्घाटन ही किये है।