कानपुर/घाटमपुर, शीराजी। घरेलू विवाद के बाद मां ने पेड़ से लटक कर जान दे दी वही मां के शव को देखकर आहत बेटे ने भी उसी पेड़ की दूसरी डाल से फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने दोनों शवों को परीक्षण के लिए कानपुर भेजा है। प्राप्त विवरण के अनुसार थाना सजेती क्षेत्र के ग्राम कोटरा निवासी रामनाथ निषाद की कई वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। पत्नी जनक दुलारी 7 वर्ष अपने छोटे बेटे सरवन 25 वर्ष के साथ रहती है। जबकि 3 पुत्र और अलग अपने परिवारों के साथ रहते हैं। पिछले दिनों आई आंधी से खेत में पड़ा भूसा उड़ गया था। जिससे जनक दुलारी काफी आहत थी इसी बात को लेकर मां बेटे में नाराजगी चल रही थी। आज सुबह जनक दुलारी खेतों की ओर निकल गई, कुछ समय बाद उसका छोटा बेटा सरवन बकरियां चराने खेतों की ओर गया रास्ते में आम के पेड़ में मां का झूलता शव देखकर भावुक हुए बेटे ने उसी पेड़ की दूसरी डाल से फांसी लगाकर जान दे दी ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची सजेती पुलिस ने मां बेटे के शव को नीचे उतरवाया और उन्हें परीक्षण के लिए कानपुर अस्पताल भेजा है।
जिस दिन हुई शादी उसी दिन मौत ने लगाया गले
मां की आकस्मिक मौत से आहत पुत्र सरवन उसी पेड़ की दूसरी डाल से लटक कर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी अब इसे संयोग कहा जाए या कुछ और कि आज ही के दिन 12 जून 2017 को सरवन की शादी ग्राम गोकुलपुर थाना कुरारा जनपद हमीरपुर निवासी काजल के साथ हुई थी। सरवन गुजरात में मजदूरी करता था और करीब 1 माह पहले पत्नी की तबीयत खराब होने की जानकारी पर गांव आया था। ग्रामीणों का कहना है। कि शायद उसकी मौत ही उसको यहां खींच लाई। 3 बीघा जमीन के सहारे इतने बड़े परिवार का बोझ उठा रही जनक दुलारी भी वक्त के हाथों हार चुकी थी और आंधी भूसे के साथ उसके अरमानों को भी उड़ा ले गई थी। आर्थिक तंगी ने जनक दुलारी के हौसलों को तोड़ दिया और पारिवारिक नाराजगी उसकी मौत का सबब बन गई। वही मां की मौत से आहत सरवन भी अपने को रोक नहीं पाया और उसी पेड़ की दूसरी डाल पर उसने भी अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी।