’मेरे देश के नाम खत’ लिखिए और पाईये 50 हजार रूपये तक का ईनाम
डाक निदेशक केके यादव ने जोधपुर में किया शुभारम्भ
जोधपुर, राजस्थान, जन सामना ब्यूरो। अपने देश के प्रति आपके मन में कई खूबसूरत विचार उमड़ते होंगे। अब इन मनोभावों को आप खत के रूप में कागज पर भी लिख सकते हैं। डाक विभाग की ’ढाई आखर’ राष्ट्रीय स्तर पत्र लेखन प्रतियोगिता के तहत ’मेरे देश के नाम खत’ लिखिए और यदि आपका पत्र चुना गया तो पाँच हजार से पचास हजार रूपये तक का पुरस्कार भी मिलेगा। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने जोधपुर में इस प्रतियोगिता का शुभारम्भ करते हुए कहीं। 15 जून से 30 सितंबर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता के बैनर का श्री यादव ने लोकार्पण किया और तमाम बच्चियों को लिफाफे देकर इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित भी किया।
डाक निदेशक श्री यादव ने कहा कि इस ’ढाई आखर’ पत्र लेखन प्रतियोगिता में किसी भी उम्र के लोग भाग ले सकते हैं। पहला वर्ग 18 वर्ष तक तथा दूसरा 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग का होगा। पत्र डाक विभाग द्वारा जारी अंतर्देशीय पत्र अथवा लिफाफे में ही स्वीकार्य होगा, जिसमें क्रमशः 500 और 1,000 शब्दों में अंग्रेजी, हिन्दी अथवा स्थानीय भाषा में हाथ से पत्र लिखा जा सकता है। शहरों में पत्र को प्रधान डाकघर या अन्य वितरण डाकघरों में इसके लिए निर्दिष्ट लेटर बॉक्स में ही डालना होगा, जबकि गाँवों में लोग इसे अपने ब्रांच पोस्टमास्टर के माध्यम से भेज सकते हैं। पत्र में अपना पूरा नाम, पता व जन्मतिथि सहित चीफ पोस्टमास्टर जनरल, राजस्थान परिमंडल, जयपुर-302007 के पते पर 30 सितंबर, 2018 तक निर्धारित लेटर बॉक्स में डाल दें।
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रतियोगिता के विजेताओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तरों पर तीन-तीन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इनमें परिमंडलीय (राज्य) स्तर पर चयनित श्रेष्ठ पत्रों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में क्रमशरू पचीस हजार, दस हजार व पांच हजार रूपए का पुरस्कार दिया जायेगा। अखिल भारतीय स्तर पर चयनित श्रेष्ठ पत्रों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में क्रमशरू पचास हजार, पचीस हजार व दस हजार रूपए का पुरस्कार दिया जायेगा।
इस अवसर पर सहायक निदेशक इशरा राम, वरिष्ठ लेखाधिकारी डी.आर. सैनी, सहायक डाक अधीक्षक पुखराज राठौड़, विनय खत्री, जगदीश, ओपी चांदोरा, राहुल कुमार सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।