फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। मंगलवार की मध्य रात्रि में गोपनीय रूप से प्राप्त हुई सूचना पर जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में जिला पूर्ति अधिकारी, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग व उप जिलाधिकारी सिरसागंज के साथ संयुक्त रूप से छापामार की कार्यवाही तहसील सिरसागंज क्षेत्रांतर्गत वैष्णों ढाबा पर की गयी।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कार्यवाही के समय पाया गया कि वैष्णों ढाबा पर अवैध रूप से नकली कोलतार ढाबा मालिक के संरक्षण में बनता हुआ पकडा गया। इसी स्थान पर एक अत्यधिक पुराना टेंकर खडा कराया गया। जिसके रजिस्ट्रेशन नं0 मिट चुके है जिसमें एक योजना के तहत मथुरा रिफायनरी से आने वाले 05 टेंकरों को पकडा गया। जो कि असली कोलतार को इस टेंकर में बडी मात्रा में डालकर उसके स्थान पर नकली कोलतार भरकर आयतन बराबर कर उसे विभिन्न स्थानों पर सरकारी योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न राजमार्गांें के निर्माण में प्रयोग में लाये जाने हेतु भेजा जाना ज्ञात हुआ। इस सम्बन्ध में मौके पर उपस्थित थानाध्यक्ष थाना सिरसागंज को निर्देशित किया गया कि इस कृत्य में लिप्त व्यक्तियों व वाहन स्वामियां के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही कराते हुए उसकी सूचना को आवश्यक रूप में उपलब्ध करायें।बमौके पर उपस्थित ग्राम नगला राधे के एक ग्रामीण के बयान को पूर्ति निरीक्षक सिरसागंज द्वारा तस्दीक करते हुए बयान में अंकित किया गया है कि उसके द्वारा मिट्टी तेल मिला तारकोल से भरा टेंकर सम्बन्धी जानकारी उसके द्वारा सुमन चतुर्वेदी को दे दी थी। बयान मेे यह भी अंकित किया गया है कि वीरे सिंह निवासी ग्राम धरमई के वैष्णव ढाबा के पास स्थित खाली प्लाट में खडें तारकोल मिला मिटटी तेल सम्बन्धी टेंकर निरन्तर खडा रहता है जबकि अन्य टेंकर उसके साथ खडे़ होकर उत्पादों की अदला बदली करते हैं। बयान में यह भी अंकित किया गया है कि पुलिस के कुछ लोग घटना स्थल पर आते है और इस सम्बन्ध में कार्य में संलिप्त लोगों के साथ धन की अवैध लेन कर चली जाती हैं। जिलाधिकारी ने इस पर पुलिस की संलिप्तता की सदिंग्धता पर जाॅच करने के निर्देश दिये। उसके द्वारा यह भी बताया गया कि इस तारकोल सम्बन्धी अवैध कारोबार पवन पिता का नाम नामालूम द्वारा किया जाता हैं। थानाध्यक्ष व जिला पूर्ति अधिकारी को संयुक्त रूप से बयान को प्रथम सूचना रिपोर्ट व अन्य कार्यवाही में सम्मिलित करने हेतु निर्देशित किया गया। वैष्णों ढाबा के पास ही राधे-राधे ढाबा और लक्ष्मी ढाबा पर भी नकली कोलतार बनाने के प्रमाण मिले। लक्ष्मी ढाबा मालिक सुरेन्द्र पुत्र बृृज मोहन सिंह निवासी नगला मोहरम के ढाबे का औचक निरीक्षण के समय ढाबा के बराबर में खुले अहाते से कोलतार निकालने वाली पाइप बरामद की गयी। इसी के बराबर में ढाबा मालिक सुरेन्द्र सिंह के भाई की कोयले की दुकान है। इससे प्रतीत होता है कि कोयले का प्रयोग अवैध कोलतार को बनाने में होता हैं। पूर्ति निरीक्षक सिरसागंज आनन्द कुमार गौतम की इस आख्या के दृष्टिगत थानाध्यक्ष सिरसागंज को प्राथमिकी मे सम्मिलित करने हेतु निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी ने इससे पूर्व 13 मार्च की रात को जिलाधिकारी द्वारा इसी क्षेत्र में मारे गये छापे मंें इसी प्रकार की गतिविधि पाई गयी थी। पुनः इस प्रकार की गतिविधियों पर जिलाधिकारी ने गम्भीरता दिखाते हुये आरोपियों पर गैंगस्टर लगाने के भी निर्देश दियें हैं। सम्पूर्ण प्रकरण में तत्परता से कार्यवाही कराते हुये इस कार्य में संलिप्त व्यक्तियों व वाहन स्वामियों के विरूद्ध थाना सिरसागंज पर मु0अ0सं0 440/2018 धारा 420 भादवि पंजीकृत हुआ है। जिसमे विवेचना प्रारम्भ हो चुकी है। उन्होने इस प्रकरण में दिये गये निर्देशों का प्राथमिकता के आधार पर अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश प्रदान कियें। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी सिरसागंज डीएसओ सहित भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।