गौ सेवा धाम आश्रम में संचालित हैं कई सामाजिक गतिविधिया
हर बार नवरात्र पर भी कराया जाता विशाल भंडारा
नगला खुशाल में बिजली लाने का प्रयास भी है सराहनीय कार्य
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। जसराना के पटीकरा पुल के पास स्थित गौ सेवा धाम संचालक प्रवीण कुमार शास्त्री कई बरस से जसराना में अपने सेवा कार्यो की वजह से एक अलग ही पहचान बनाये हुये हैं। उनके आश्रम में संचालित कई सामाजिक गतिविधियां वह भी बिना केंद्र और प्रदेश सरकार की मदद के बिना जनता के बीच अच्छी तरह जानी जाती है, हालांकि जिस हिसाब से प्रवीण शास्त्री का जनहित व गरीबों के हित में सेवा कार्य है उससे एक विधायक बनने के सारे गुण उनके अंदर दिखाई देते हैं यह बात अलग है अभी उन्होंने कोई राजनीतिक संदेश इस दिशा में नहीं दिया है।
उनसे हुयी खास बातचीत के दौरान पता चला कि उनके आश्रम में सदा बिना दूध देने वाली गायें ही रहती हैं अगर एक आदि कोई गाय दूध वाली आ भी जाती है तो उसका दूध किसी गरीब को निःशुल्क दे दिया जाता है। कोई व्यक्ति उसे पालना चाहे तो उसे दान कर दिया जाता है। उनका उददेश्य गायों की आश्रम में सेवा करना ही है। आश्रम में रहने वाली गायों से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष कोई आर्थिक लाभ नहीं लिया जाता। जैसे गौ मूत्र से, गोबर से या किसी अन्य प्रकार से। आश्रम में सुबह शाम भोजन प्रसादी तैयार होती है। इस समय पहुंचने वाले हर व्यक्ति को भोजन मिलता है। आश्रम द्वारा एक जल टैंक समाज में जल सेवा के लिये निःशुल्क उपलब्ध कराया गया है। वाल्मीकि समाज में बालिकाओं के शिक्षा प्रोत्साहन के लिये कक्षा दस व कक्षा 12 पास करने पर प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराई जाती है। आश्रम द्वारा हर वर्ष मार्च माह में गरीबों को साड़ियां, शाॅल आदि वस्त्रों का वितरण किया जाता है। धार्मिक त्योहारों पर हर धर्म के अनुसार गरीब, असहाय, परिवारों की व्यवस्था की जाती है। आश्रम द्वारा एक दिव्यांग महिला के परिवार को गोद लिया गया है। इस परिवार के रसोई के खर्चे से लेकर बेटियों की शिक्षा और शादी की जिम्मेदारी ली है। ग्रामीण बच्चों को विद्यालय जाने के लिये प्रोत्साहित करने के लिये विद्यालयों में जाकर बिस्कुट, टाॅफी आदि का वितरण समय समय पर किया जाता है। सामाजिक समरसता बनाए रखने हेतु आश्रम व्यवस्थापकों द्वारा आपसी मतभेदों का समाधान आपस में बैठकर कराने के लिये प्रयासरत रहते हैं। आश्रम परिवार द्वारा गांवों में स्वच्छता अभियान चलाये जाते हैं। वहीं हर बरस नवरात्र पर विशाल कन्या भोज भंडारे का आयोजन भी होता है। बीते महीनों उनके प्रयासों से किया गया एक कार्य जिसके बारे में नहीं बताया गया पर सराहनीय रहा। नगला खुशाल गांव जो कि कई सालों से अंधकार में जूझ रहा था वहां मीडिया को बुलाकर उनकी आवाज को बुलंद कराया। उनके प्रयासों से अब उस गांव में बिजली व्यवस्था सुचारू हो गयी है। उनके ये सेवा कार्य धीरे धीरे जसराना की जनता के दिलों में बसते जा रहे हैं।