स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अन्तर्गत किसी भी प्रकार की लापरवाही हुई तो कोई भी बख्सा नही जायेगा: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की प्रगति की समीक्षा बैठक करते हुए निर्देश दिये कि अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन के कार्यो में अपेक्षित प्रगति लायें तथा जिन ग्रामीण परिवारों में शौचालय बनना अवशेष है वहां तत्काल युद्धस्तर पर नियमानुसार निर्माण कराकर उसका प्रयोग कराना सुनिश्चित कर तथा जनपद को ओडीएफ कराने में आगे आये। शौचालय के प्रति लापरवाही बरतने वाले अधिकारी किसी भी प्रकार से बख्से नही जायेंगे तथा शौचालय न बनाने वाले लाभार्थी के खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी। अगर लाभार्थी ने शौचालय नही बनाया तो उसकी सारी सरकारी सुविधायें रोक दी जायेगी। जनपद को ओडीएफ कराने में कुल 60 दिन ही बचे है जिसमें 60412 शौचालय बनाने है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम में स्वच्छाग्राही होना चाहिए इसे भी सुनिश्चित कर ले। ग्राम स्तर, न्याय पंचायत स्तर, ब्लाक स्तर व जिलास्तर पर एक टीम बनाकर शौचालय बनवाने का कार्य किया जाये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ब्लाक की प्रत्येक न्याय पंचायत पर नोडल अधिकारी नामित किया जाये तथा प्रत्येक विकास खंड पर एक ग्रेड के अधिकारी मानिटरिंग करेंगे जिनकी रिर्पेाअ के आधार पर लापरवाही करने वाले अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन से जुडे अधिकारी व कर्मचारी पंचायत सिक्रेटरी, स्वच्छग्राही, प्रेरक आदि को निर्देश दिये है कि वे अपने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के सम्बन्ध में कार्यो के क्रियान्वयन में युद्धस्तर में प्रगति लाकर समयवद्ध तरीके से कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में तैनात स्वच्छाग्राही, ग्रामों में कार्यरत निगरानी समितियां एवं निमार्ण कार्य में लगे राज्य मिस्त्रियों की महत्वपूर्ण भूमिका है जो समुदाय आधारित सम्पूर्ण स्वच्छता विधा में प्रशिक्षण प्राप्त किये है तथा ट्रिगरिंग में दशता के साथ ग्राम में समुदाय में मिलकर अन्र्तवैयक्तिक एवं आईईसी गतिविधियों में सहायता प्रदान कर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के कार्यो को समयवद्ध तरीके से पूरा करायें। उन्होंने कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, शिक्षा विभाग, सीडीपीओ, डीआईओएस, बीडीओ आदि विभगों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने कर्मचारियों की सूची व जिस क्षेत्र में वह कार्य कर रहे है वहां की जानकारी दे दे जिससे कि उनकी ड्यूटी वहीं क्षेत्र दिया जाये जिससे कि शौचालय बनाने में प्रगति हो सके।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि न्याय पंचायत स्तर पर एसडीएम की निगरानी होगी प्रत्येक तीन ग्राम पंचायतों पर एक नोडल अधिकारी होगा तथा प्रत्येक ग्राम पंचायत पर एक टीम बनायी गयी है जो गांवों में जाकर शौचालय बनाने के लिए प्रेरित करेंगी और हर हाल में पात्र लाभार्थियों को 6-6 हजार रूपये दो किस्तों में दिये जायेंगे। उन्हेांने कहा कि पैसा लेने के बावजूद यदि कोई लाभार्थी शौचालय का निर्माण नही करा रहा है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी तथा स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत किसी भी प्रकार की लापरवाही आयी तो कोई भी बख्सा नही जायेगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत व्यक्तिगत शौचालय, सामुदायिक शौचालय एवं ठोस तथा तरल प्रबन्धन के कार्य कराये जाने का भी प्राविधान है। खुले से शौचमुक्त कराकर ग्रामीण क्षेत्रों के सामान्य जीवन में अधिक से अधिक सुधार लाना है। विभिन्न परिस्थितयों में शौचालय में दो गढ़डे का नक्शा, व्यक्तिगत शौचालय का उचित प्रयोग व रख रखाव, शौचालय में मल रूकने में क्या करें, समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन आदि के साथ ही स्वस्थ रहने के मूलमंत्र की भी जानकारी ग्रामीणों को दे। जनपद में जहां जिन घरों में शौचालय बनना अवशेष है वहां तत्काल शौचालय बनवाकर उनका प्रयोग कराकर प्रत्येकदशा में अक्टूबर 2018 तक जनपद को ओडीएफ कराना है कार्यवाही सुनिश्चित किया जाये। गांव में निर्धारित शौचालयों का निर्माण शीघ्र हो जो गढ्ढे खोदे गये है उनके सापेक्ष शीघ्र शौचालय मानक के अनुरूप बने साथ ही ग्रामीण शौचालय के शौच प्रारंभ कर उसका उपयोग करना भी शुरू करें तथा स्वच्छ भारत मिशन के कार्याे में अपेक्षित गति लाये। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि प्रतिदिन नियमानुसार शौचालय बनने चाहिए जिनका शौचालय बनवाने में पर्यपेक्षण का कार्य शिथिल है वह अपने कार्यो में अपेक्षित गति लाकर लक्ष्य को प्रत्येक दशा में पूरा करने जिनका गांव में शौचालय गुणवत्तायुक्त बन गया है उनका भुगतान तत्काल दिलाया जाये।बैठक में अन्य बिन्दुओं पर भी विस्तार से चर्चा की गयी। बैठक को स्क्रीन के माध्यम से भी जानकारी दी गयी। इस मौके पर सीडीओ केदारनाथ सिंह, एडीएम वित्त एवं राजस्व विद्याशंकर सिंह, सीएमओ डा0 हीरा सिंह, एडीएम न्यायिक राजेन्द्र सेंगर, वरिष्ठ कोषाधिकारी केके पाण्डेय, डीपीआरओ अजय कुमार श्रीवास्तव, आलिया अली, विमल कुमार, शैलेश श्रीवास्तव, बीडीओ आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।