एक अभियुक्त पवन उपाध्याय को पकड़ा-बाकी तीन की तलाश जारी
पत्नी को भ्रमित कर किसी और महिला से संबंध होना बताना बना पारिवारिक कलह की वजह-यही रहा हत्या का कारण
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। एसएसपी राहुल यादवेन्दु ने पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान आरएसएस कार्यकर्ता संदीप शर्मा के हत्याकांड का खुलासा कर दिया। उन्होंने बताया कि मृतक की पत्नी द्वारा इंगित करने पर पता चला कि संदीप शर्मा की दुश्मनी थाना खैरगढ के गांव निकाऊ निवासी शिव सिंह पुत्र कप्तान सिंह से हुई थी जब उसके घर जाकर पता किया छानबीन की तो वह सोता पाया गया। कोई खास तथ्य नहीं मिले। वहीं मृतक की पत्नी ने बाहर स्थित मेडीकल स्वामी पवन उपाध्याय से भी कई बार बहस विवाद होने की बात कही तो उसे पकड़कर गहनता से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
एसएसपी ने जारी प्रेस नोट में बताया कि पवन उपाध्याय और उसकी पत्नी पिछले वर्ष दीपावली के समय अपनी दुकान पर बैठे थे तभी संदीप शर्मा आया और उसने कहा कौन है तो पवन ने कहा पत्नी तो बोला असली कि नकली। इस बात पर पत्नी से झगड़ा हो गया और जब मारपीट की तो सार्वजनिक रूप से पवन ने विरोध किया।
वर्ष 2014-15 में अपनी दुकान का छज्जा निकलवा रहा था जिसका मोहल्ले के लोगों ने विरोध किया जिसकी अगुवाई संदीप शर्मा कर रहा था। पवन ने उस समय रिवाल्वर सीने पर रख दी थी आसपास के लोगों ने बीच बचाव कर दिया था। पूनम नामक एक किरायेदार उसके यहां रहती थी इस महिला से मेरे गलत संबंध होने की अफवाह फैलायी।
कुछ दिन पूर्व एक बारात में संदीप शर्मा ने मुझसे कहा औरतों का सौदागर जा रहा है तब भी कुछ नहीं बोला अंत में उसे ठिकाने लगाने का ठान लिया। प्रेस नोट में बयां किया गया है कि पवन उपाध्याय के द्वारा टापा खुर्द निवासी अश्वनी वर्मा द्वारा संदीप शर्मा को मरवाने के बाबत एक लाख बीस हजार रूपये तय करके दे दिया था लेकिन उसने बीमारी के कारण टाल दिया और चेक के माध्यम से उसे 50 हजार रूपये वापस किये। काम के बाबत अपराधी सत्ताईस उर्फ रामप्रकाश पुत्र रामबाबू निवासी संगम नगर से मिलवाया। बीस दिन पूर्व रामप्रकाश से मुलाकात हुयी जिससे संदीप को दो लाख में मारना तय हुआ इसी काम का बीस हजार रूपये बतौर एडवांस पवन उपाध्याय द्वारा दिया गया था। इस पर सत्ताईस उर्फ रामप्रकाश द्वारा अपने साथी अनिल उपाध्याय उर्फ बाॅबी को मिलवाया था। इस प्रकार वांछित अभियुक्त अनिल उपाध्याय उर्फ बाॅबी, सत्ताईस उर्फ रामप्रकाश, अश्वनी वर्मा बताये गये।