छापेमारी की आड़ में न करें व्यापारियों का शोषण
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। उ. प्र. उद्योग व्यापार मंडल की बैठक में हाल ही में जनपद के विविध कस्बों में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा की जा रही छापेमारी एवं सैम्पिंलग की व्यवस्था के नाम पर व्यापारियों के शोषण पर गहरी चिन्ता व्यक्त की गई।
उ. प्र. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के लखनऊ आयुक्त द्वारा 11 अगस्त 2017 को सहायक आयुक्त एवं अधीनस्थ अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुये कहा कि खाद्य कारोबारियों को खाद्य सुरक्षा सम्बन्धी मानकों की जानकारी दी जाये तथा उनका अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु सुधार का अवसर प्रदान करने के आदेश दिये गये थे।
अब खाद्य सुरक्षा अधिकारियों का दायित्व बनता है कि वे खाद्य वस्तु विक्रय करने वालों को प्रत्येक खाद्य पदार्थ के सम्बन्ध में यह बतलाने के लिये बाध्य हैं कि उक्त खाद्य पदार्थ में अमिश्रित गलत है। लेकिन देखने में आ रहा है कि खाद्य विभाग भारी पुलिस बल के साथ बाजारों में जाकर जबरन सैम्पिल भरने का कार्य कर रहा है। जब शासन की मंशा स्पष्ट है कि खाद्य पदार्थ में मिलावट बन्द हो, न कि बिक्री करने वाले व्यापारियों को नाहक परेशान किया जाये और न उनमें भय का वातावरण पैदा किया जाये।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि प्रांतीय अध्यक्ष श्यामबिहारी मिश्र की स्पष्ट घोषणा है कि कर अपवंचन एवं मिलावट करने वालों का हम कोई सहयोग नहीं करेंगे। लेकिन मिलावट के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न होता है तो आन्दोलन से पीछे भी नहीं रहेंगे। हम खाद्य विभाग से अपील करते हैं कि वे जनपद के कस्बों में जाकर कार्यशालाओं का आयोजन करें और निर्देशित करें कि खाद्य कारोबार करने वाले व्यापरियों को क्या सावधानियां रखनी हैं अन्यथा इस तरह पुलिस बल को लेकर छापेमारी एवं सैम्पिलंग बन्द न हुई तो हमें आन्दोलन के लिये बाध्य होना पड़ेगा।
बैठक में मंडल अध्यक्ष राधेश्याम अग्रवाल, महामंत्री विपिन वाष्र्णेय, जिलाध्यक्ष जगदीश पंकज, नगर अध्यक्ष विष्णु गौतम, जिला महामंत्री मनोज अग्रवाल, अनिल वाष्र्णेय, प्रदीप बंसल, विपिन बिन्दल, अनूप अग्रवाल आदि ने विचार व्यक्त किये।