मनरेगा के तहत तीस जून तक नौ ब्लाकों में बनने थे 163 तालाब, अभी तक 39 तालाबों का निर्माण हुआ पूर्ण
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। जिले में मनरेगा के तहत तालाब खुदाई कार्य ब्लाक स्तरीय अधिकारियों को लेटलतीफी के चलते फिलहाल अधर में है। भूगर्भ जल संरक्षण व पशुओं को पेयजल उपलब्ध कराने के इरादे से सभी ब्लाकों में 163 तालाबों खुदाई व जीणोद्वार संबंधी लक्ष्य के सापेक्ष अभी तक महज 39 तालाबों की खुदाई पूर्ण हो चुकी है।
भूगर्भ जल स्तर काफी नीचे होने के कारण डार्क जोन में शामिल टूण्डला, फिरोजाबाद, नारखी, अरांव व एका के अतिरिक्त सभी नौ ब्लाकों में चिहिंत हुए 163 पुराने तालाबों की खुदाई व जीणोद्वार कार्य मनरेगा के तहत कराया जाना था। अप्रैल में बनी इस कार्य योजना की पूर्ति 30 जून तक होनी थी। लेकिन ताजा स्थिति के अनुसार जसराना, नारखी में तालाब खुदाई व जीणोद्वार की स्थिति काफी खराब है। हालांकि इस मामले में एका, अरांव व मदनपुर की स्थिति ठीक है। लेकिन फिरोजाबाद, टूण्डला व हाथवंत में ब्लाक स्तरीय अधिकारियों की लेटलतीफी के कारण तालाब खुदाई कार्य अधर मंे लटका हुआ है। ऐसे में निर्धारित लक्ष्य 163 के सापेक्ष महज 39 तालाबों की खुदाई व जीणोद्वार कार्य पूर्ण हो सका है।
तालाब खुदाई का ब्लाकवार लक्ष्य
अरांव में 14, एका में 18, फिरोजाबाद में 19, जसराना में 16, हाथवंत में 14, मदनपुर में 14, नारखी में 14, शिकोहाबाद में 16 के अतिरिक्त टूण्डला में 38 ग्राम पंचायतों में तालाब खुदाई व जीणोद्वार होना था।
अधिकांश जगहों पर तालाब खुदाई कार्य पूर्ण होने की कगार पर है। सोमवार को ब्लाक स्तरीय अधिकारियों की बैठक में तालाब खुदाई कार्य की समीक्षा की जाएगी। लापरवाही मिलने पर जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी पर सख्ती करेंगे।