Monday, November 25, 2024
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जल ही जीवन है, जल है तो कल है, जल सम्वर्धन पर दे विशेष ध्यान: राकेश कुमार सिंह

डीएम भूजल सप्ताह गोष्ठी में अधिकारियों को निर्देश देते हुए

भूजल सप्ताह के दौरान लोगों में जागरूकता पैदा करने के साथ रैली, संगोष्ठी आदि के माध्यम से आमजन को करें जागरूक: डीएम
जल ही जीवन है, जल है तो कल है, जल का कोई विकल्प नही, जल संरक्षण, जल संचयन, जल सम्वर्धन पर दे विशेष ध्यान: राकेश कुमार सिंह
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने भूल सप्ताह 16 से 22 जुलाई तक जनपद स्तरीय भूजल गोष्ठी की बैठक करते हुए कहा कि डीआईओएस व बीएसए 17 जुलाई को समस्त स्कूल कालेजों में साइकिल रैली, परेड आदि का आयोजन करेंगे तथा इसी दिन नगर पंचायत व नगर पालिका में ईओ द्वारा भी रैली आदि का भी आयोजन किया जाये तथा रैली में सरकार द्वारा पालीथीन बंद कर दी थी है इसका भी प्रचार प्रसार किया जाये तथा बच्चों को बताया जाये कि बडों को टोके कि पालीथीन के उपयोग से क्या क्या नुकसान है। उन्होंने कहा कि 18 जुलाई को भी जिला विद्यालय निरीक्षक व बीएसए द्वारा समस्त स्कूल कालेजों में रैली संवाद, निबन्ध प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता, स्लोगंन, राइटिंग प्रतियोगिता आदि का भी आयोजन किया जाये। 19 जुलाई को उप जिलाधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी प्रत्येक तहसील मुख्यालय व विकास खण्ड स्तर पर भूजल संरक्षण विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया जाये। 20 जुलाई को प्रभागीय वनाधिकारी व जिला उद्यान अधिकारी जनपद स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम करायेगे तथा उनके संवर्धन का भी प्रबन्ध करेंगे। 21 जुलाई को क्षेत्रीय वनाधिकारी व निरीक्षक उद्यान विभाग द्वारा प्रत्येक तहसील व विकास खण्ड स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम किये जाये। 22 जुलाई को खण्ड विकास अधिकारी व अपर अभियंता लघु सिचाई द्वारा ग्राम स्तर पर जल संरक्षण विषयक पर होर्डिंग, बैनर आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाये। उन्होंनें सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने अपने कार्यालयों में एक रैंप लगवा ले जिससे कि बरसात का पानी को भू-गर्भ में डाला जाये जिससे पानी आदि की समस्या से बचाव हो सके।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि सभी कार्यक्रमों का समय से आयोजन किया जाये। उन्होंने भूजल विभाग के अधिकारियों के साथ ही मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक, बीडीओ, ईओ आदि अधिकारियों को निर्देश दिये है कि जनपद में चल रहे भूजल सप्ताह को लोगों में जागरूकता पैदा करने के साथ रैली, संगोष्ठी, कठपुतली, लोक नृत्य/गीत, नुक्कड नाटक, प्रदर्शनी, मेलो, उत्साह, फिल्म/वृतचित्र, स्लाइड-शो आदि के माध्यम से आमजन को जागरूक करें। उन्होंने भूजल सेना का गठन का खुशहाल भविष्य के लिए भूजल बचाव के प्रति जागरूकता अभियान चलाये, जल का उपयोग हो, दुरूपयोग कतई न हो, थोडी कोशिश कर पानी के संरक्षण मे महत्वपूर्ण योगदान दे सकते है आदि जागरूकता पैदा करें। जल ही जीवन है, जल है तो कल है, जल का कोई विकल्प नही, जल संरक्षण, जल संचयन, जल सम्वर्धन पर विशेष ध्यान दिया जाये। भूजल सप्ताह के आयोजन में उपरोक्त विभागों की सुचित भागीदारी के साथ साथ तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाये तथा इस अवधि में भूजल के महत्व का आमजन का ध्यान आकृष्ट करने हेतु भूजल का महत्व, नियोजित विकास, संरक्षण एवं विवेकपूर्ण उपयोग के प्रति प्रचार प्रसार किया जाये। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष का मुख्य विचार विन्दु भूजल-समय की मांग रखा गया है। कहा कि भूजल सप्ताह के आयोजन जिलास्तर, तहसीलस्तर व विकास खंड स्तर पर विविध जनजागरूकता कार्यक्रम, स्थानीय स्कूलों/कालेजों व अन्य संस्थानों की भागीदारी के साथ साथ संबंधित शासकीय विभागों द्वारा भी भूजल सप्ताह में मुख्य रूप से भूजल के दोहन, सीमित उपयोग एवं भविष्य में भूजल की कमी की गंभीरता के ऊपर प्रकाश डाला जाये साथ ही परिचर्चा और संवाद निबन्ध प्रतियोगिता, बाद विवाद प्रतियोगिता, चित्रकला, पद यात्राओं रैलियों, संगोष्ठियों, साइकिल रैलियो आदि के माध्यम से जनमानस के जागरूकता के लिए आयोजन किया जाये। इस मौके पर एडीएम वित्त एवं राजस्व विद्याशंकर सिंह, वनाधिकारी डा. ललित कुमार गिरी, पीडी शिव शंकर पाण्डेय, डीआईओएस अवरविन्द कुमार द्विवेदी, बीएसए, उप कृषि निदेशक विनोद कुमार यादव, जिला कृषि अधिकारी सुमित पटेल, सहायक अभियंता लघु सिंचाई सुनील कुमार पाल, बीडीओ आदि जनपदस्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।