Monday, November 25, 2024
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पाॅलीथिन प्रतिबंध में व्यापारी भ्रमितः स्पष्ट करें

पालिकाध्यक्ष ने डीएम को लिखा पत्रः स्पष्ट से पहले न हो कार्यवाही
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में पाॅलीथिन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाये जाने के फैसले से जहां आमजन खुश हैं वहीं व्यापारी संगठनों व अन्य संगठनों ने भी सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए समर्थन किया है लेकिन सरकार के निर्णय के बाद से व्यापारी समाज थोडा असमंजस होने के साथ भ्रमित हो रहा है और आज इसी को लेकर उ.प्र. उद्योग व्यापार प्रतिनिधि द्वारा पालिकाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपकर स्थिति को स्पष्ट किये जाने की मांग की है।
उ.प्र. उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष/शहराध्यक्ष मदन मोहन अपना वाले एवं प्लास्टिक एसोसियेशन के अध्यक्ष हीरेन्द्र कुमार वाष्र्णेय के संयुक्त नेतृत्व में आज व्यापारियों ने जिलाधिकारी के नाम पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि उ.प्र. सरकार द्वारा प्लास्टिक कैरीबैग को प्रतिबंधित किया गया है और पैकिंग मैटेरियल को प्रतिबंधित नहीं किया गया है। व्यापारियों द्वारा कैरीबैग का व्यापार बिल्कुल बंद कर दिया गया है।
व्यापारियों ने ज्ञापन में कहा है कि प्रशासनिक अमला द्वारा स्थिति स्पष्ट न करने एवं समाचार पत्रों में तरह-तरह के समाचारों से व्यापारी भ्रमित व परेशान है तथा समाचारों में आ रहा है कि सभी तरह के पाॅलीथिन को जब्त किया जा रहा है जो कि गलत प्रतीत होता है और इससे वातावरण भ्रमित हो रहा है। व्यापारियों ने मांग की है कि व्यापारी समाज को स्थिति से स्पष्ट कराया जाये जिससे वह भ्रमित न हो और पर्यावरण भी दूषित न हो।
व्यापारियों की उक्त समस्या को पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा ने गम्भीरता से लेते हुए तत्काल जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है जिसमें कहा गया है कि शासन द्वारा 50 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक के कैरीबैग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिये तथा व्यापारी समाज में फैली भ्रमित की स्थिति से स्पष्ट है कि व्यापारी सरकार के निर्णय के साथ हैं लेकिन उन्होंने स्थिति को स्पष्ट करने के लिये उनके साथ बैठक कर उन्हें जानकारी दी जाये कि कौन-कौन सी प्लास्टिक प्रतिबंधित हैं और स्थिति स्पष्ट नहीं होने तक व्यापारियों के विरूद्ध कोई भी उत्पीडनात्मक कार्यवाही किये जाना उचित नहीं होगा।
ज्ञापन देने वालों में कमलकांत, अजय कुमार, रामकुमार अग्रवाल, पारस प्लास्टिक, अग्रवाल प्लास्टिक, श्रीराम प्लास्टिक, राधारानी प्लास्टिक, रामस्वरूप हनुमान प्रसाद आदि फर्म संचालक शामिल थे।