Monday, November 25, 2024
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साहित्यकार व कलाकार को समाज में जोड़ने की भूमिका निभानी चाहिये-पद्मश्री दादा

हाथरस, नीरज चक्रपाणि। साहित्यकार व कलाकार समाज को जोड़ने और भूले बिसरे इतिहास को संजोने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसलिये आगे बढ़कर समाज को जोड़ने, उसे संस्कार देने और दिशा निर्देशन का कार्य करना चाहिये।
उक्त विचार कामरेड भगवानदास मार्ग, मुरसान गेट स्थित काका हाथरसी स्मारक भवन में संस्कार भारती के संस्थापक व संरक्षक तथा पद्मश्री योगेन्द्र दादाजी ने व्यक्त करते हुये कहा कि इसी निमित्त आगामी कुंभ मेले में संस्कार भारती कला कुंभ का आयोजन कर रही है। जो आगामी 11 जनवरी से 4 मार्च तक चलेगा। जिसमें कवि, साहित्यकार, रंगमंच कर्मी, अपनी कलाओं के माध्यम से कुम्भ से जोड़ने व एकत्रित करने की भावना को साकार करेंगे। 95 वर्षीय दादाजी ने असम, केरल, काश्मीर आदि की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुये संस्कार भारती के आगामी कार्यों व रूपरेखा को रेखांकित किया।
इस अवसर पर संस्कार भारती हाथरस की ओर से महामंत्री तरूण शर्मा, काका हाथरसी समिति के कोषाध्यक्ष दिनेश सेकसरिया, भारत विकास परिषद के कोषाध्यक्ष आर. एम. वशिष्ठ, हिन्दू जागरण मंच के नगर उपाध्यक्ष शिवम् शर्मा, राष्ट्रीय सवयं सेवक संघ के प्रांतीय कृषक प्रमुख शरद तिवारी, जिला शारीरिक प्रमुख धर्मेन्द्र पचैरी, भाजपा से मनोज अग्निहोत्री, हास्यकवि सबरस मुरसानी, जिला साहित्य संयोजक श्यामबाबू चिन्तन आदि ने दादाजी को पगड़ी बांध कर, उत्तरीय उढ़ाकर तथा प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया तथा प्रांतीय सहसंयोजक कुंवरपाल भंवर ने दादाजी के जीवन पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर वाणपुत्री गणपति गणेश, देवीसिंह निडर, श्रीमती मनु दीक्षित, देवेश आशू, डा. नितिन मिश्रा, सुरेशचन्द्र शर्मा, रामजीलाल शिक्षक, ब्रजेश वशिष्ठ, वैद्य मोहन ब्रजेश रावत, रामभजनलाल आदि ने काव्य पाठ कर श्रोताओं को गुदगुदाया। तरूण शर्मा ने संस्कार भारती की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। अध्यक्षता साहित्यकार सत्यनारायण गौतम सुधाकर ने की। संचालन करते हुये काका हाथरसी स्मारक समिति के सचिव डा. वी. पी. सिंह ने दादाजी के लिये कहा-ईश्वर आपकी इतनी उम्रदराज करे कि सारा हिन्दुस्तान उस पर नाज करे। कार्यक्रम में गोविन्द प्रसाद तिवारी, जयशंकर पारशर, शीतल उपाध्याय, राजकुमार पचैरी, अजय गौड़, रामवीर शर्मा, संजीव दीक्षित, जवाहरलाल शर्मा आदि मौजूद थे।