Monday, November 25, 2024
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साढ़े 15 वर्ष बीते लेकिन नहीं मिली सरकारी सहायता

हाथरस, नीरज चक्रपाणि। जम्मू कश्मीर में 7 फरवरी 2003 को सेना द्वारा चलाये गये आॅपरेशन में आतंकवादियों से लोहा लेते हुये शहीद हुये गांव अर्जुनपुर के सैनिक जवान उमेश कुमार की शहादत के करीब साढ़े 15 वर्ष बीत जाने के बाद भी उसकी विधवा व परिवार को शासन से मिलने वाली सहायता अभी तक नहीं मिली है और शहीद की विधवा ने नीचे से लेकर ऊपर तक हर चैखट पर दस्तक देकर सहायता की गुहार लगायी है।
शहीद सैनिक लांस नायक उमेश कुमार की विधवा पत्नी श्रीमती अनीता देवी निवासी गांव अर्जुनपुर चंदपा, हाल निवासी वसुन्धरा पुरम कालौनी की ओर से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भारतीय नागरिक कल्याण एवं अपराध निरोधक समिति के कानूनी सेवा केन्द्र के संयोजक तरूण शर्मा एड़. ने भेजे पत्र में कहा है कि साढ़े 15 वर्ष बीतने के बाद भी शहीदांे की विधवाओं को शासन द्वारा देय आर्थिक सहायता भूमि तथा पेट्रोल पम्प आदि कुछ भी प्रदान न करने के लापरवाह दोषियों के खिलाफ कार्यवाही कर शहीद के पुत्र व पत्नी के जीवन व भविष्य हेतु देय सुविधायें शीघ्र प्रदान की जायें।
पत्र में कहा गया है कि क्या शहीद लांस नायक उमेश कुमार की शहादत का मजाक बनाया गया है और क्या शहीदों की विधवाओं को सुविधा देने हेतु कोई समय सीमा नहीं है और जिन विधवाओं ने शहीदांे की चिता जलने में व्यवधान डालकर सरकारों को कोसा और मीडिया में सुर्खियों पाई उन्हें तत्काल सहायता कैसे दे दी गई।
पत्र में कहा गया है कि शहीद सैनिकों के परिवारीजनों विशेषतः नामित उत्तराधिकारियों को शासन द्वारा कल्याणकारी योजना के अन्र्तगत आर्थिक सहायता 20 लाख रूपये, भूखण्ड आवंटन, गैस एजेन्सी या पेट्रोल पम्प आवंटित करने के प्रावधान व शासनादेश है। लेकिन शहीदों की विधवाओं के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि तत्काल ध्यान देकर विधवा के साथ करीब साढ़े 15 वर्ष से चल रहे मजाक व उपेक्षात्मक व्यवहार करते हुये सैनिक कल्याणकारी योजना तथा शासनादेशों को क्रियान्वयन में ढिलाई करने व उत्पीड़न करने वाले दोषियों पर कार्यवाही कर शहीद की विधवा को सहयाता दिलवाई जाये।