कानपुर, जन सामना ब्यूरो। कार्यालय में जिला कार्यसमिति की बैठक और आज के सभी पार्टी कार्यक्रमों को स्थगित करते हुए जिला अध्यक्ष बीजेपी सुरेन्द्र मैथानी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन, देश ही नहीं, युगों की अपूरणीय छति है। कानपुर से अटल जी का गहरा संबंध था। ’झाड़े रहो कलक्टर गंज’ उनके मुख से निकल कर, पूरे देश में, आम जनता का ध्यान, कानपुर की ओर आकर्षित करता है। पिता के साथ डी. ए. वी. में साथ शिक्षा ग्रहण कानपुर की गलियों में स्कूटर और रिक्शा से घूमते हुए घण्टाघर के चौराहे पर चाय की चुस्कियों के साथ सबसे चर्चा, उनका सामान्य स्वभाव था। कानपुर की मिट्टी में अटल जी की खुशबू है। 2004 में अटल जी की फूलबाग रैली में उन्होंनेकहा था कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के अंग्रेजी में देने वाले भाषणों के हिन्दी अनुवाद करने की जिम्मेदारी के कारणों से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिलाता था, उस रैली की अध्यक्षता राकेश सोनकर ने एवं व्यवस्था प्रमुख सुरेन्द्र मैथानी को बनाया गया था। जिसमे उनके भाषण समाप्ति ऊपरांत उनकी गले में पड़ी माला को भी मंच से कार्यकर्ताओं में अपने साथ से जाने के लिए छीना झपटी हुई थी तथा उनके द्वारा भाषण पूर्व मांगे गये एक गिलास पानी में से आधा गिलास पानी उन्होंने पिया और बचे आधा गिलास पानी को सभा पूर्ण होते ही झपट कर एक कार्यकर्ता सरदार मंजीत सिंह ने जाकर गिलास के बचे हुए पानी को झपट कर उनके प्रसाद के रूप में पी लिया। ऐसी कार्यकर्ताओं की उनसे संवेदनाएं जुडी थी।