Monday, November 25, 2024
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सत्ता की हनक और कानून व्यवस्था

कानपुर, ए. एच. इदरीसी। बहुमत का नशा और केन्द्र, सूबे, स्थानीय निकाय से लेकर पंचायत स्तर तक सत्ता के चलते एक पार्टी विशेष और उससे जुड़े संगठनों के लोग दिन ब दिन निरंकुश होते चले जा रहे हैं। जरा जरा सी बात पर चैकी थानों का घेराव, अनुचित कार्यों एवं अपराधों में लिप्त पकड़े गये अपने कार्यकर्ताओं को छुड़ाने के लिये चैकी इंचार्ज से लेकर एस. ओ., सी. ओ., एस. पी., डीआईजी लेवेल तक के पुलिस अधिकारियों से खुले आम बदतमीजी की जा रही है। जिसके चलते पुलिस सहित तमाम महकमों के अधिकारियों का काम करना दुश्वार होता जा रहा है। अराजकता की हालत ये है कि एक कलर विशेष का झण्डा लगा कर और कुछ विशेष तरह के नारे लगा कर किसी को भी सरे आम पीट दिया जाता है और उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाता है। सारे सुबूत मौजूद होने बावजूद किसी के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जाती है। जिससे अराजक तत्वों के हौसले दिन ब दिन बुलन्द होते चले जा रहे हैं। बड़े नेता दिखाने के लिये मंच पर अच्छी अच्छी बातें हवा में उड़ा कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर देते हैं। जबकि पार्टी मीटिंगों में ऐसे अराजक तत्वों का फूल मालाओं से स्वागत करते हैं। कथनी करनी का ये फर्क दिन ब दिन देश प्रदेश को भयानक अराजकता की आग में झोंक रहा हैे। अगर समय रहते उचित कदम नहीं उठाये गये तो स्थितियाँ काबू से बाहर हो जायेंगी।