कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। सुपर मार्केट को बनवाये जाने के समय काफी कस्बे वाले खुश नजर आ रहे है लेकिन कस्बों वासियो पर अब पानी फिर गया। सुपर मार्केट इस समय जर्जर हो चुकी है। किसी भी समय हादसा होने की आशंका बनी हुई है। जर्जर सुपर मार्केट इस समय मौत को दावत दे रही है, जल्द ही इसे न हटवाया गया तो कभी भी बढ़ा हादसा हो सकता है। कस्बा वासी बहुत ही परेशान है कि किस दर पर जाए कि उनकी मदद हो सके। किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है यह डर कस्बा वासियों को सता रहा है। किसी बड़े हादसे को दावत देती नजर आ रही है शिवली सब्जी मंडी में बनवाई गई सुपर मार्केट। कस्बा शिवली बाजार में एक दशक पूर्व बनवाई गई सुपर मार्केट बिना प्रयोग के ही जर्जर होकर जुआरियों व शराबियों का अड्डा बन चुकी है। कस्बा वासियों द्वारा दो माह पूर्व जिलाधिकारी एवं उपजिलाधिकारी मैथा से लिखित शिकायत कर सुपर मार्केट को गिरवाये जाने की मांग किये जाने के बावजूद कोई कार्यवाही न होने पर मार्केट के आस पास रहने वाले लोगों के बीच मायूसी छा गई है। कस्बे के जवाहर नगर मोहल्ले के सभासद दोष मोहम्मद एवं आजाद नगर मोहल्ले के सभासद प्रतिनिधि उमाकान्त उर्फ साहुल दीक्षित ने उपजिलाधिकारी मैथा से पुनः लिखित शिकायत कर उक्त खस्ताहाल सुपर मार्केट को गिरवाये जाने की मांग कर घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग कर सरकारी धन का बन्दर बांट करने वालों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग की है। वही कस्बा वासियों ने शिवली बस स्टॉप पर जबरदस्त तरीके से व्याप्त अतिक्रमण को भी हटवाए जाने की मांग की है।
बताते चलें कि करीब एक दशक पूर्व नगर पंचायत शिवली सब्जी मंडी में लाखों रुपए लागत से नगर पंचायत द्वारा एक सुपर मार्केट का निर्माण करवाया गया था। सुपर मार्केट के निर्माण का मुख्य उद्देश्य उन व्यापारियों को दुकाने व गोदाम उपलब्ध कराना था जिनके पास बाजार में व्यापार करने के लिए ना तो दुकानें थी और ना ही सामान रखने के लिए गोदाम। जिस समय सुपर मार्केट का निर्माण करवाया जा रहा था कस्बा वासियों के बीच व्यापार करने को लेकर आस जगी थी। लेकिन लाखों रुपए पानी की तरह बहा कर बनवाई गई सुपर मार्केट के लोगों को लाभ पहुंचाने के बजाय मुसीबत साबित हो रही है। सुपर मार्केट बनने के बाद से आज तक नगर पंचायत के सुपुर्द नहीं हो सकी है। जिसका परिणाम रहा कि उक्त सुपर मार्केट कस्बा वासियों को कोई लाभ नहीं पहुंचा सकी और खड़े-खड़े पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। जिसके गिरने से किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। शिवली कस्बा निवासी उमाकांत, मोहम्मद कयूम, राधारमण राहुल, प्रवीण कुमार, अवनीश शुक्ला, राजू तिवारी मयंक, साहुल, सुमित कुमार, शिव बहादुर, भाजपा नेता मौजी अग्निहोत्री, राजू शुक्ला आदि ने बीते 19 जून को मैथा तहसील में आयोजित किए गए सम्पूर्ण समाधान दिवस पर जिलाधिकारी को सम्बोधित एक लिखित शिकायत उपजिलाधिकारी से करते हुए आरोप लगाया था कि जिस समय सुपर मार्केट का निर्माण करवाया जा रहा था उसी समय लोगों ने निर्माण करवा रहे ठेकेदार पर घटिया निर्माण सामग्री के प्रयोग करने का आरोप लगाया था। लेकिन उस समय कस्बे के कुछ असरदार लोगों ने जनता की आवाज को निजी स्वार्थ के चलते दबा दिया था जिसका परिणाम रहा कि लाखों रुपए लागत से बनी सुपर मार्केट जुआरियों शराबियों का अड्डा बन चुकी है। जिलाधिकारी से शिकायत किये हुए दो महीने बीत जाने के बावजूद अब तक कोई कार्यवाही नहीं होने पर मायूसी के साथ साथ साथ आक्रोश भी व्याप्त होने लगा है। शिकायत किये जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने पर सभासद दोष मोहम्मद, सभासद प्रतिनिधि उमाकान्त उर्फ साहुल दीक्षित, राजा सैनी, राजेश यादव, इलाही मोहम्मद, बांकेलाल वर्मा ने पुनः उपजिलाधिकारी मैथा से लिखित शिकायत की है। उक्त लोगों का कहना है कि पूरी तरह से जर्जर हो चुकी सुपर मार्केट किसी भी समय गिर सकती है। जिससे बड़ा हादसा हो सकता है। वही बेमकसद साबित हो रही सुपर मार्केट से सब्जी मंडी भी पूरी तरह से घिर गई है। कस्बा वासियों का कहना है कि जिस सब्जी मंडी में एक दशक पूर्व आसपास क्षेत्र के सैकड़ों की तादात में सब्जी व्यापारी एवं किसान आते थे आज उसी सब्जी मंडी में जगह के अभाव में चंद व्यापारी व किसान ही ही आ पाते हैं। जिससे क्षेत्रीय किसानों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
इसी प्रकार शिवली कस्बा निवासी पूर्व सभासद सुनील मिश्रा दीपक दुबे, नफीस खान रामचंद्र ने जिलाधिकारी से शिवली बस स्टॉप के दोनों तरफ फुटपाथ पर दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटवाए जाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि दुकानदार अपनी अपनी दुकानों का सामान जब फुटपाथ तक रख देते हैं तो ठेलिया वाले मजबूरन मुख्य मार्ग पर टहला करते हैं। जिससे हर समय दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है वही बाहर से आने वाले राहगीरों को अपने वाहन खड़े करने में मुसीबत होती है। अक्सर देखा जाता है दुकानदार व वाहन खड़े करने वालों के बीच तू तू मैं मैं हुआ करती है। अगर फुटपाथ साफ रहे तो कोई भी परेशानी नहीं होगी। अब देखते है की कस्बा वासियों को कब इस समस्या से कब निजात मिलेगी।