राज्य महिला आयोग की सदस्या ने महिलाओ की सुनी समस्याऐं
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। उप्र राज्य महिला आयोग द्वारा प्रदेश में महिला उत्पीड़न की रोकथाम एवं पीड़ित महिलाओें को त्वरित न्याय दिलाये जाने तथा पीडित की सुगमता की दृष्टि से राज्य महिला आयोग की सदस्या निर्मला दीक्षित ने सिविल लाइन स्थित निरीक्षण भवन में महिला उत्पीड़न के मामलों की सुनवायी की। इसके उपरांत उन्होने विगत तीन माह की महिला उत्पीड़न की घटनाओं की समीक्षा भी की।
सुनवायी के दौरान नगला दखल निवासी सीमा कुशवाह पत्नी दिनेश कुशवाह ने शिकायत की कि उन पर अनुचित दबाब बनाये जाने के उददेश्य से उनके नन्दोई प्रमोद कुशवाह ने उनके विरूद्व झूठा मुकदमा पंजीकृत करा दिया है। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को मामला अंतरित कर नियमानुसार शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये। खैरगढ़ निवासी गायत्री शर्मा ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होने आशा के रूप में कार्य किया था परन्तु उनका पुराना भुगतान अभी तक लम्बित है। उन्होंने सीएमओ को प्रार्थना पत्र अंतरित करते हुए जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होने बताया कि सामाजिक चेतना एवं शासन के प्रयासों से महिला उत्पीड़न के मामलोें में लगातार कमी आ रही है परन्तु अभी भी हम सभी को जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि समाज बेटी और बहू के लिए एक ही नजरिया अपनाये और महिलाये अपनी मां और सास का बराबर सम्मान करें। उन्होेेेने कहा कि आपस की लड़ाई से सिर्फ दोनों पक्षों का विनाश होता है और घर टूटते हैं। उन्होने महिलाओं के विरूद्व अपराध करने वालों को कडी चेतावनी देते हुये कहा कि वह अपनी सोच और मानसिकता सुधार लंे। अब महिलाये बेबस या असहाय नहीं है और इस प्रकार महिलाओं के विरूद्व अपराध करने वालों को कहीं भी राहत नहीं मिले। उन्हे जेल जाना ही पडे़गा।