हाथरस/सासनी, जन सामना ब्यूरो। कस्बा में एक पैथोलाॅजी पर छापेमारी करने आए फर्जी एफआई(फील्ड जांच अधिकारी) को लोगों ने पकड कर उसकी पिटाई कर दी। बाद में एमओआईसी प्रदीप कुमार को बुलाकर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। कस्बा के मोहल्ला विष्णुपुरी में चल रहे। एक पैथोलाॅजी पर एक युवक आया और पैथोलाॅजी संचालक से उसके कागजात मांगे। कहा कि वह अपना डाटा भी उसे दिखाए। इस पर पैथोलाॅजी सेंटर संचालक के हाथ पांव फूल गये। तभी पैथोलाॅजी संचालक ने सीएससी इंचार्ज डा. प्रदीप रावत को अपने पैथोलाॅजी सेंटर पर बुला लिया। सीएससी इंचार्ज ने युवक को पुलिस के हवाले कर दिया। तथा कथित युवक के खिलाफ कोतवाली में जब युवक से पूछताछ की गई तो उसने स्वयं को एफआई बताते हुए शहर में मौजूद पैथोलाॅजी की जानकारी अपने अधिकारियों तक पहुंचाने की बात कही। काफी देर तक पुलिस पूछताछ करती रही। पूछताछ में युवक ने पुलिस को अपना नाम मृत्युंजय सिंह पुत्र रणंजय सिंह निवासी झरहा रायबरेली बताया। बाद में सीएससी इंचार्ज द्वारा पैथोलाॅजी सेंटर संचालक व युवक के बीच फैसला करा दिया गया। सूत्रों से पता चला है कि कस्बा में कई ऐसे पैथोलाॅजी सेंटर हैं जो कि बिना रजिस्ट्रेशन के ही चल रहे है। फिर भी स्वास्थ्य विभाग इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है। ये पैथोलाॅजी सेंटर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड कर रहे है।