हाथरस, नीरज चक्रपाणि। मेला श्री दाऊजी महाराज के पण्डाल में आयोजित इस बार अखिल भारतीय गंगा-जमुनी मुशायरा की सफलता ने इतिहास बनाया है। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी डा. रमाशंकर मौर्य, कांग्रेस विधायक दल के पूर्व नेता प्रदीप माथुर राष्ट्रीय सचिव, प्रदेश उपाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह, अपर जिला जज रहे वी. डी. नकवी, उपजिलाधिकारी अरूण कुमार ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया तथा दीप प्रज्जवलन एवं शमां रोशन भी संयुक्त रूप से की। अध्यक्षता वी. डी. नकवी ने की। मां शारदे के छविचित्र पर माल्यार्पण कर कवयित्री रूबिया खान ने मां शारदे की वन्दना की तो वही शिवम कुमार आजाद ने नाते पाक से मुशायरे का आगाज किया। कार्यक्रम ने शुरू से ही ऊंचाईयों को छूना शुरू कर दिया था।
शायर सज्जाद झंझट ने हंसा-हंसा कर श्रोताओं को लोटपोट कर दिया। राम भदावर ने गन्दी राजनीति पर जमकर कटाक्ष किया जिसने जनता को मंत्रमुग्ध कर दिया। डा. आलोक बेजान ने कार्यक्रम में जान डाल दी। वहीं शायरा सुल्तान जहां, नाजिमा शहरी, निखत मुरादाबादी की गजल शायरी ने लोगों को डुबकी लगवाई। वहीं वरिष्ठ कवयित्री ममता वाष्र्णेय की कविताओं ने श्रोताओं से खूब तालियां बजवाईं। बरकत होलोट व मंजर नायव ने अन्तिम पड़ाव में फिर लोगों को हंसाया व गुदगुदाया और शायरों के हीरों जिन्हें पदम विभूषण दादा गोपालदास नीरज स्मृति सम्मान से नवाजा गया ऐसे शायरों के शायर कुंवर जावेद ने जनता को ऐसा मंत्रमुग्ध किया कि पूरे पंडाल में बंस मोर, बंस मोर के नारे लगे व तालियों की गढ़गढ़ाह से पूरा पंडाल गुंजायमान रहा। कार्यक्रम में निजामत सैय्यद अली अब्बासी ने कमाल कर दिया तो वहीं मुशायरा निदेशक आशुकवि अनिल बौहरे ने संचालन कर कवियों को आमंत्रित किया।
कार्यक्रम संयोजक व कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य ने अतिथियों को शाल उढ़ाकर, पगड़ी पहना कर व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। मुशायरे में हाथरस की मनु दीक्षित मनु, रूबिया खान, शायर सलीम वारसी, जयप्रकाश पचौरी, देवेश आंशु, श्यामबाबू चिन्तन, बालकवि विष्णु, बाबा देवीसिंह निडर, राना मुनि प्रताप ने 3 बजे के बाद साढ़े 4 बजे भोर होने तक श्रोताओं का अपनी नज्म से मनोरंजन किया। स्वागताध्यक्ष श्रीमती बीना गुप्ता एड. व अजय गौड़ एड. स्वागत करने में लगे हुये थे। आयकर निरीक्षक रंजन सैनी की गजल लोगों के दिलों तक पहुंची।
मुशायरे में इन्द्र दयाल गौतम, विनोद सहयोगी, सत्यप्रकाश रंगीला, अविनाश पचैरी, अमृतसिंह पौनिया, हरीशंकर वर्मा, ऋषि कौशिक, कपिल नरूला, सन्तोष उपाध्याय, मुवीन खान, रचित शर्मा, योगेश कुमार, सौरभ पचैरी, विनोद शर्मा शशी गुरू, पन्नालाल, मधुर मनोहर शर्मा, राजकुमार पचैरी, विष्णु कुमार, ललित कुमार, संजय कप्तान, कन्हैयालाल पुलन्द, भूपेन्द्र वर्मा, अनिल वाष्र्णेय तेल वाले, कुर्वानअली शहजादा, मुस्ताक अहमद, केशवदेव सहयोगी, सुमन शर्मा, आकाश पौरूष, नवल नरूला, बल्ले उपाध्याय, योगेश कुमार, ललतेश कुप्ता, शरद उपाध्याय नन्दा, आदित्य कौशिक, अनुज कुमार सन्त, सुनील, संजीव वार्ष्णेय, अभिमेष वार्ष्णेय, सीमा वाष्र्णेय आदि का सहयोग सराहनीय रहा।
अन्त में कार्यक्रम संयोजक चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य व कांग्रेस कमेटी के मथुरा जिलाध्यक्ष सोहनसिंह सिसौदिया ने सभी का आभार प्रकट किया।