Monday, November 25, 2024
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शिक्षक का दायित्व बहुत बड़ा होता: शंकरानन्द

कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जनपद कानपुर देहात के माती विकास भवन स्थित आडीटोरियम में भारतीय शिक्षण मण्डल एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में अन्र्तराष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी का विषय शिक्षक से पुनसंस्थान पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालने के लिए भारतीय शिक्षण मंडल के सहसंगठन मंत्री शंकरानन्द मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
उक्त गोष्ठी में मुख्यरूप से मण्डलीय शिक्षा निदेशक कानपुर मण्डल फतेहबहादुर सिंह, भारतीय शिक्षक मण्डल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा0 अंगद सिंह, राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री डा0 ओम प्रकाश, प्रान्तीय अध्यक्ष श्याम दत्त जोशी, डा0 रंजन तिवारी, प्रान्तीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ सहित बेसिक माध्यम, व उच्च शिक्षा के सैकडों शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इस अवसर पर डा0 ओम प्रकाश सिंह ने सर्वप्रथम अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस की बधाई उपस्थित शिक्षकों एवं गणमान्य जनों को देते हुए उक्त गोष्ठी के आयोजन पर पूर्ण विस्तृत प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता ने अपने सुन्दर भावपूर्ण विषय से सम्बन्धित सारगर्भित उद्धबोधन को लगभग 45 मिनट तक लोगों को हृदय परिवर्तन कर उसके कर्तव्यबोध का एहसास कराते हुए उन्हें कर्मठता का पाठ पढाया, उन्होंने कहा कि शिक्षक ही शिक्षा का प्राण है। जिस प्रकार प्रयोगशाला की माध्यम से बच्चों को प्रयोग द्वारा सिखया जाता है उसी प्रकार बच्चे को शिक्षित करने के लिए शिक्षक नवीन प्रयोग कर पुनःसंस्थान करें। अपने मन से जीवन का उद्देश्य को बसाकर शिक्षक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। शिक्षा के साथ साथ आसपास का परिवेश के स्वच्छ व्यसनमुक्त, झगडामुक्त बनाते हुए स्वच्छ वातावरण का निर्माण करें। शिक्षक का दायित्व बहुत बड़ा होता है। इस मौके पर शिक्षकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन अनूप सचान ने किया। इस मौके पर आरवी सिंह, इन्द भूषण सिंह, रामनेश त्रिपाठी, एसएन कटियार, राजेश शर्मा सहित सैकडों की संख्या में शिक्षक, शिक्षिकायें उपस्थित रहे।