न्याय न मिलने और कारगर कार्यवाही ना होने से नागरिकों में सरकार के प्रति गहरा गुस्सा व्याप्त
घाटमपुर/कानपुर, शिराजी। तहसील क्षेत्र में तमाम समस्याओं से जूझ रहे फरियादियों ने गुहार लगाकर न्याय की मांग की है। वहीं पीड़ितों ने बताया कि वह लोग समस्याओं को लेकर सालों से चक्कर लगा रहे हैं। और संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायतें कर रहे हैं। लेकिन उनकी शिकायतों का निस्तारण नहीं होता है।बल्कि जांच के नाम पर पहुंचे कर्मचारी पैसे मांगते हैं और ना देने पर विपक्ष से पैसा लेकर औपचारिकता निभाते हुए रिपोर्ट लगा देते हैं। जिससे समस्याएं ज्यों की त्यों बनी रहती है। हम लोगों की कोई सुनने वाला नहीं है। जिसके चलते हम सब परेशान हैं। कोई दूसरा चारा ना होने के चलते झक मारकर तहसील दिवस की शरण में आते रहते हैं। लेकिन यहां भी कोई कार्यवाही ना होने से हम लोगों के मन में पीड़ा है। ग्राम सिंवदी से आए जगत नारायण अवस्थी अवधेश कुमार शर्मा राम किशन शर्मा श्री कृष्ण शर्मा संजय कुमार द्विवेदी अरविंद द्विवेदी भूपेंद्र सिंह आदि ग्रामीणों ने बताया की हमारे गांव में रोड के किनारे से नेवेयली पावर प्लांट के लिए पानी सप्लाई के लिए पाइप डाले जा रहे हैं। उन लोगों ने नाबदानों को पूरी तरह से बंद कर दिया है। जिसके चलते नाबदानों का पानी घरों व रास्तों में भरा है। जिससे भीषण बदबू और बीमारियां फैल रही हैं। बरसात का पानी भरने से स्थिति विकराल हो जाती है। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। और महामारी की आशंका दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। रामनगर मजरा घुघवा से आई महिलाओं ने बताया कि गांव के दबंग राजकुमार ने जबरन गुंडई एवं दबंगई के बल पर मिट्टी व मलबा डालकर पूर्ण रूप से रास्ता बंद कर दिया है। जिसकी तमाम अधिकारियों उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन आज तक कोई कार्यवाही ना होने से पूरा गांव परेशान है और कोई सुनने वाला भी नहीं है। थाना सजेती के ग्राम घुरऊपुर से आए महेश कुमार प्रजापति ने बताया कि उसने जन कल्याणकारी योजनाओं अंत्योदय राशन कार्ड आवास शौचालय आदि के लिए सैकड़ों प्रार्थना पत्र दिए लेकिन आज तक उसकी किसी ने सुनी नहीं है। जबकि वह भूमिहीन है और उसके पिता मर चुके हैं। मां पक्षाघात की शिकार बीमार चलने फिरने में असमर्थ है। कमाई का कोई भी साधन नहीं। इसके बावजूद आज तक ना उसका राशन कार्ड बना, न उसको शौचालय दिया गया और ना ही उसको आवास दिया गया। किसी भी सरकारी योजना का उसको कोई भी लाभ नहीं मिला है। जबकि वह निरंतर हर संपूर्ण समाधान दिवस थाना दिवस एवं उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर अपनी पीड़ा बताता रहता है। बावजूद इसके कोई भी उसकी सुनने वाला नहीं है। घाटमपुर कस्बे के मोहल्ला आद्दी मुहाल पश्चिमी से आए रामप्रकाश जय देवी रामस्वरूप शिवलाल अरविंद रामबाबू चंद्र कली सर्वेश बृजेश अनुराग मलखान छिद्दू आदि दर्जनों नागरिकों ने बताया की नगर पालिका परिषद घाटमपुर के सफाई कर्मचारी अपने-अपने घरों में पालतू सूअर पाल रखे हैं जिन को वह अपने घरों से आवारा छोड़ देते हैं। आवारा सुअर लोगों के घरों में घुस जाते हैं सड़कों में गंदगी फैलाते हैं आए दिन दुर्घटनाओं का सबब बनते हैं। नागरिकों को भीषण गंदगी एवं बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है शिकायत पर सफाई कर्मचारी मारपीट करते हैं तथा झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हैं। जिसकी तमाम शिकायतें समाधान दिवस थाना दिवस एवं अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर की गई। लेकिन आज तक ना तो आवारा सुवरों पर नियंत्रण हुआ ना ही कोई कार्यवाही की गई जिससे पूरा कस्बा परेशान है। और लोगों में आक्रोश व्याप्त है ऐसे ही दर्जन शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि वह लोग अपनी शिकायतें लेकर थाना दिवस संपूर्ण समाधान दिवस एवं अधिकारियों के पास जाते हैं। अधिकारी रटी रटाई शब्दों में आवश्यक कार्यवाही करें लिखकर प्रार्थना पत्रों को आगे सरका देते हैं जिससे ना तो समस्याएं खत्म हो रही हैं और ना ही परेशानियां और लोगों को समय बर्बाद कर भटकना पड़ रहा है। जिसके चलते लोगों के मन में सरकार के प्रति गहरा आक्रोश एवं गुस्सा व्याप्त है।