प्रयागराज, वी. डी. पाण्डेय। सड़क पर डग्गामार वाहनों की भरमार बेरोक-टोक नियम कानून की धज्जियां उड़ाते फर्राटे भर रहे हैं डग्गामार वाहन, यही नहीं स्कूलों में लगे वाहन माननीय सर्वोच्च न्यायालय की गाइडलाइन को भी ठेंगा दिखा रहे है। उत्तर प्रदेश सरकार के लाख कोशिशों के बावजूद ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ ऑफिस मे भ्रष्टाचार व्याप्त है। खुलेआम धड़ल्ले से पैसे लिए जा रहे हैं हर काम का रेट फिक्स है।
आरटीओ का सीयूजी नंबर बंद है जो वाहनों के पीछे भी अंकित रहता
स्कूलों में लगे वाहनों में बच्चों को भूसे की तरह भरा जाता है स्कूल प्रबंधकों और प्रशासन की मिली भगत और लापरवाही की वजह से मासूम जान हथेली में रखकर स्कूल जाते हैं आरटीओ और पुलिस हर जगह पैसे लेकर गाड़ियों को खुलेआम आने जाने दिया जाता है। किसी तरह का कोई नियम कानून नहीं है जनपद प्रयागराज में संभागीय परिवहन व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। सभी जिम्मेदार कान में तेल डालकर और आंख में पट्टी बांधकर किसी बड़ी दुर्घटना के होने का इंतजार कर रहे है। जबकी आये दिन किसी ना किसी जनपद में स्कूली बच्चों के साथ कोई ना कोई अनहोनी होती रहती हैं। उसके बाद भी प्रशासन कुंभकरण की नींद में सो रहा है। बिना परमिट नाबालिक चालक सड़क पर फर्राटे भर रहे हैं कानों में ईयर फोन लगाकर गाड़ियां चला रहे हैं लेकिन कोई भी जिम्मेदार इनको पूछने वाला नहीं।
कानून का पाठ पढाने और डरा धमका कर वसूली मे माहिर है प्रयागराज की यातायात पुलिस
किसानो के सब्जियो और फलों को मंडी पहुंचने के पहले ही रोककर जबरन वसूली की जाती है। यदि किसान न दे तो माल सड़क पर सड़े अब मरता क्या न करता और जब सीओ ट्रैफिक अपने दल बल के साथ आकर घेराबंदी करें तो कौन चालक और किसान डरकर सरेंडर नहीं कर देगा ऐसा ही कुछ आज सुबह पोंघट पुल बमरौली के पास नजर आया। एक डीसीएम में लदे फल को मुंडेरा मंडी से पहले ही रोक कर उसको डराया धमकाया जा रहा था और जैसे ही मीडिया के लोग पहुंचे नियम कानून का पाठ पढ़ाने वाले गायब हो गए।