कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। प्रदेश सरकार का ध्येय है कि आम जनता कम दूरी व कम समय और कम लागत में अपने गन्तव्य की यात्रा पूरी करे, इसके लिए जहां प्रदेश में हाईवे एवं सड़कों का निर्माण व चैड़ीकरण कर यात्रा को सुगम बनाया जा रहा है, वहीं प्रदेश में पुलों के निर्माण से गांव-नगर एक दूसरे से जुड़कर विकास की राह पर अग्रसर हैं। पुलों के निर्माण से किसानों, मजदूरों, शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं, बाजारों, समस्त प्रकार की वस्तुओं के आयात-निर्यात, चिकित्सकीय सेवाओं आदि के परिवहन का बड़ा लाभ मिला है। उ0प्र0 में सेतु निगम द्वारा अपनी देखरेख में परिकल्पना, नियोजन, अनुश्रवण, गुणवत्ता नियंत्रण के साथ-साथ परियोजना मूल्य नियंत्रण का कार्य करते हुए पुलों का निर्माण किया जा रहा है। सेतु निगम द्वारा सेतुओं एवं अन्य इंजीनियरिंग कार्यों को गुणवत्ता के साथ सफलतापूर्वक पूर्ण कराये जाने के कारण देश एवं विदेश में अपनी साख बना रखा है। सेतु निगम की तकनीकी विशेषज्ञता की प्रशंसा हुई है और कई राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं। सेतु निगम द्वारा स्थापना से लेकर अब तक 2500 से अधिक विभिन्न नदी सेतु, उपरिगामी सेतु, फ्लाईओवर एवं अन्य हाइड्रोलिक स्ट्रक्चर, बैराज, एक्वेडक्त एवं स्टेडियम आदि का निर्माण कराया गया है।
वर्तमान में प्रदेश सरकार द्वारा 194 दीर्घ सेतुओं का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त वर्ष 2017-18 में 24 सेतु 2018-19 में 47 सेतु एवं 2019-20 में अब तक 8 पुल कुल 79 दीर्घ सेतुओं को अप्रोच मार्ग सहित पूर्ण कर सामान्यजन को आवागमन की सुविधा दी गई है। उसी तरह वर्तमान में कुल 86 रेल उपरिगामी सेतुओं का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिसमें 26 रेल उपरिगामी सेतुओं का निर्माण पूर्ण कर आमजन को बिना अवरोध के आवागमन की सुविधा दी गई है। वर्तमान सरकार द्वारा 304 लघु सेतुओं का निर्माण भी कराया जा रहा है। जिसमें 92 सेतुओं का अप्रोच रोड सहित निर्माण कर सामान्यजन के यातायात के लिए उपलब्ध करा दिया गया है।