डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के जेई द्वारा ठीक से निर्माण कार्य न कराये जाने पर लगाई कडी फटकार, जांच के दिये निर्देश
सभी चिकित्साकों, कर्मचारियों को बायोमेट्रिक उपस्थिति के अनुसार ही मिलेगा वेतन: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति व सघन मिशन इन्द्रधनुष के सम्बन्ध में बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उन्होंने सभी एमओआईसी को निर्देश दिये हैं कि वे मिशन इन्द्रधनुष को पूरी तरह से सफल बनाएं। इसके अलावा गर्भवती माताओं को टिटनेस के टीकों से आच्छादित करें। इस कार्य में आशाओं एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रिओं द्वारा हेड काउन्ट करके ड्यू लिस्ट तैयार रखें। सर्दी के मौसम को देखते हुए साफ सफाई, पानी, विद्युत, दवाये आदि मूलभूत सुविधाओ की व्यवस्था दुरूस्त रखने के साथ ही चिकित्सक तथा पूरा स्टाफ समय से आये। मिशन इन्द्र धनुष को 2 दिसम्बर से चालू हो रहा है। जिसमें सात एन्टीजेन बीमारियों से बचाने के लिए सात दिन तक जनपद में अभियान चलाया जायेगा। जिसमें सत्र प्लान के अनुरूप प्रगति लाया जाना है। उन्होंने निर्देश दिये कि जो भी प्राइवेट अस्पताल मानक के अनुरूप व पंजीकृत नही है वे संचालित है उन्हंे बन्द कराये और मरीजों को सरकारी अस्पतालों में सारी सुविधायें दे तथा उनका अच्छे से इलाज करे। उन्होंने कहा कि अभी डेंगू की समस्या अधिक है तथा अपने अपने क्षेत्रों में फागिंग आदि कराते रहे तथा पूरी सर्तकता बनाये रखे।
जनपदीय स्वास्थ्य समिति शासी निकाय बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने उपस्थित सीएमओ सहित समस्त एमओआईसी को निर्देश दिए कि सभी सीएचसी, पीएचसी सहित जिला चिकित्साल में चिकित्सकों व कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमैट्रिक मशीन से हो तथा उसी के आधार पर वेतन दिया जायेगा। जहां कही भी बायोमैट्रिक मशीन खराब है उसे ठीक करा ले अन्यथा नयी लगवा ले। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के जेई द्वारा ठेकेदारों का भुगतान न किये जाने व कार्य में शिथिलता पाये जाने पर कडी फटकार लगाते हुए निर्देशित किया कि दो सदस्यी एक जांच टीम बनकार सारे कार्यो की जांच की जाये। वहीं डीएम को सीडीओ द्वारा अवगत कराया गया कि मेरे द्वारा राजपुर, सरवनखेडा व पुखराया के अस्पतालों का निरीक्षण किया गया जिसमें राजपुर व सवनखेडा में बहुत ही लापरवाही मिली थी तथा पुखरायां में स्थिति ठीक थी। जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित एमओआईसी को कडी फटकार लगाते हुए लापरवाही पर सुधार लाने के निर्देश दिये। वहीं जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी, महिला सीएमएस, पुरूष सीएमएस को निर्देश दिये कि जो भी लोग इलाज के लिए अस्पताल में आते है उनका अच्छी तरह से इलाज करे तथा जो जांच करायी है तो उस मरीज को सेम्पल के लिए न भेजे एक ऐसी व्यवस्था कर ले कि उसका वहीं पर सेम्पल ले ले और उस मरीज का अच्छे से इलाज करे। जिलाधिकारी ने आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड लाभार्थी को हर हाल में बनवाने के निर्देश दिये तथा सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में इस योजना के बारे में होर्डिंग आदि के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करे तथा इस योजना का लाभ दिलाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रदेश सरकार हर नवजात शिशुओं एंव गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ्य रखने हेतु प्रतिबद्ध है जिसके लिए सरकार द्वारा बच्चों एंव गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ्य रखने के लिए उनका स्वस्थ्य परीक्षण के साथ-साथ पुष्टाहार भी दिया जा रहा है क्योंकि बच्चे देश के भाग्य विधाता हैं उन्हे स्वस्थ्य रखने के साथ ही गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ्य रखना हम सबका नैतिक दायित्व है, इसलिए बच्चों एंव गर्भवती महिलाओं को समय से स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के साथ ही उन्हे पुष्टाहार भी समय से ही उपलब्ध कराया जाय इसमें किसी भी प्रकार की कोताही कदापि न बरती जाय नही तो संबन्धित विभागीय अधिकारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि जिस सीएचसी, पीएचसी में आशा का चयन नही हुआ है कर ले तथा उनके भुगतान में कोई समस्या नही होनी चाहिए। बैठक में मुख्य बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गयी। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह, सीएमओ डा0 हीरा सिंह, अपर सीएमओ डा0 बीपी सिंह आदि चिकित्सक आदि उपस्थित रहे।