कानपुर, डॉ. दीपकुमार शुक्ल। गंगा की स्वच्छता परखने शहर आये प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को फलक चैरिटेबल एंड एजुकेशनल ट्रस्ट के कार्यकर्ता निजी विद्यालयों में गरीब छात्रों के लिए निर्धारित 25 प्रतिशत कोटे के तहत प्रवेश न मिलने के विरोध में ज्ञापन देने अटल घाट जा रहे थे। परन्तु प्रशासन ने इन लोगों को कर्बला चौराहा से ही भगा दिया। यह लोग प्रशासन तथा विद्यालय प्रबन्धकों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बिना ज्ञापन दिये ही वापस लौट गये।
फलक चैरिटेबल एंड एजुकेशनल ट्रस्ट के देवजीत सान्याल,राकेश मिश्रा, अरशद अंसारी, रवि शुक्ला, शालू आदिअपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अटल घाट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को ज्ञापन देने के उद्देश्य से गए थे। परन्तु प्रशासन ने इन लोगों को कर्बला चैराहे से ही भगा दिया। राकेश मिश्र ने बताया कि हम लोगों द्वारा शिक्षा का अधिकार के तहत जो प्राइवेट विद्यालयों में 25% का कोटा आरक्षित है परंतु शिक्षा माफियाओं की जिला प्रशासन से मिलीभगत के चलते आज तक बिल्लाबांग कगारू किड्स स्कूल सिविल लाइन एवं सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल द्वारा कोई प्रवेश नहीं दिया गया है। इस संबंध में कई ज्ञापनपत्र अपर प्रमुख सचिव रेणुका कुमार एवं जिलाधिकारी को दिया गया। परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत जी को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग द्वारा निष्क्रिय कहते हुए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया। हम लोगों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिंदाबाद के नारे लगाए गए एवं जिला अधिकारी, शिक्षा माफिया मुर्दाबाद के भी नारे लगाए गए। हम लोगों द्वारा दो प्रमुख हेड लाइन कही गई कि गूंगे बाहर चीख रहे हैं बहरे अंदर बैठे हैं, एवं दूसरा संवाद यह कुर्सी है, कोई तुम्हारा जनाजा नहीं अगर कुछ नहीं कर सकते तो हट जाओ। जो कि जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत को संबोधित था। इसके साथ ही थाना काकादेव में एक प्रथम सूचना रिपोर्ट जो कि डीपीएस स्कूल सर्वोदय नगर कानपुर के प्रबंधक आलोक मिश्रा, वंदना मिश्रा प्रतिभा शुक्ला सीमापुरी के विरुद्ध पंजीकृत हुई है। परंतु मुझे वादी मुकदमा के बगैर रायशुमारी के उक्त विवेचना को कई चरणों में हस्तांतरित किया गया है एवं आज तक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलोक मिश्रा द्वारा धनबल बाहुबल के प्रभाव के चलते पुलिस प्रशासन द्वारा गिरफ्तारी नहीं की गई है। कांग्रेसी आलोक मिश्रा द्वारा आज तक वही कृत्य किया जा रहा है। परंतु पुलिस मौन है। हम लोगों द्वारा थक हार कर जब आज प्रधानमंत्री से मिलने का प्रयास किया तो पुलिस प्रशासन द्वारा हम लोगों को भगा गया। परंतु हम लोग शहर में जब भी प्रधानमंत्री एवं योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम होगा तब हम लोग पुन: इसी प्रकार का मिलने का प्रयास करेंगे। जब तक सभी गैर सहायतित विद्यालयों द्वारा बच्चों को प्रवेश संपन्न नहीं कराया जाता तब तक यह क्रम अनवरत जारी रहेगा।
Home » मुख्य समाचार » निजी विद्यालयों में गरीब छात्रों को प्रवेश न देने के सन्दर्भ में प्रधानमन्त्री को ज्ञापन देने का प्रयास करने वालों को प्रशासन ने भगाया