Thursday, November 7, 2024
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संदेहास्पद छात्रों के पत्रों की जांच कर डाटा सम्बन्धित विभाग को उपलब्ध कराना सुनिश्चत करें

प्रयागराज, जन सामना ब्यूरो। वित्तीय वर्ष 2019-20 में दशमोत्तर छात्रवृत्ति तथा शुल्क प्रतिपूर्ति योजनान्तर्गत ऑनलाइन किये गये आवेदन पत्रों के सापेक्ष राज्य एन0आई0सी0 लखनऊ द्वारा परीक्षणोपरान्त संदेहास्पद डाटा को शिक्षण संस्थाओं के लाॅगिन पर उपलब्ध कराया जा चुका है, जिसे जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, कार्यालय द्वारा भी शिक्षण संस्थाओं के ई-मेल पर प्रेषित किया जा चुका है।
जनपद में संचालित समस्त शिक्षण संस्थाओं को सूचित किया जाता है कि वह संदेहास्पद छात्रों के आवेदन पत्रों का जांच करा लें, जाचोंपरान्त जिन छात्रों का डाटा शुद्ध पाया जाता है उसकी सूची दिनांक 10.01.2020 तक प्रत्येक दशा में सम्बन्धित विभाग को उपलब्ध कराना सुनिश्चत करें।

यदि निर्धारित तिथि के अुन्दर शिक्षण संस्थाओं द्वारा संदेहास्पद डाटा में पात्र पाये गये छात्रों को सही करने हेतु सूची नहीं उपलब्ध करायी जाती है तथा कोई पात्र छात्र/छात्रायें छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति से वंचित हो जाते है तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सम्बन्धित शिक्षण संस्थान की होगी। 146 शिक्षण संस्थाओं द्वारा संदेहास्पद डाटा को त्रुटिरहित करने हेतु आवेदन जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराया गया है। 621 शिक्षण संस्थाओं द्वारा अभी तक संदेहास्पद डाटा को त्रुटिरहित कर आख्या अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को नहीं उपलब्ध कराया गया है। जिन शिक्षण संस्थानों द्वारा संदेहास्पद डाटा को त्रुटिरहित कर आख्या कार्यालय को नहीं उपलब्ध कराया जाता है तो यह मान लिया जायेगा कि छात्र अध्ययनरत नहीं है और शिक्षण संस्थाओं द्वारा गलत ढंग से ऐसे छात्र/छात्राओं के आवेदन पत्र को अग्रसारित किया गया है ऐसे शिक्षण संस्थाओं के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।