ऊंचाहार/रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। शासन-प्रशासन के लाख कोशिशों के बावजूद भी कोटेदार सहित अन्य कर्मचारी गण गरीबों के निवाले पर नजर रखते है। शासन-प्रशासन द्वारा भेजा गया गरीबों का हक लोग मिलकर डकार जाते है और धमकी भी देते है। जो करना है करो मेरा कुछ नहीं कर सकते। ऐसी बानगी आइमा जहानिया में कोटेदार के खिलाफ देखने को मिली है। जहां ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर जांच कर उचित कार्यवाही करने की मांग की है। मामला तहसील क्षेत्र के ग्रामसभा आइमा जहानिया का है। जहां ग्रामीणों ने कोटेदार के खिलाफ उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर तीन चार दिन पूर्व अंगूठा लगवाना फिर कम राशन देने का आरोप लगाया है।ग्रामीणों में अनूप, मुन्ना ने बताया कि लगभग पंद्रह दिन पूर्व उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर जांच करवाने की मांग की गई थी। किन्तु आज तक ग्रामसभा में कोई जांच करने नहीं आया। जब इस मामले में उपजिलाधिकारी राजेंद्र कुमार शुक्ल से बात हुई तो बताया कि जांच के आदेश दे दिए गए है। जांच आने के बाद ही जैसा होगा वैसी ही कानूनी कार्यवाही किया जाएगा। उप जिलाधिकारी को ग्रामीणों ने दशरथ लाल, कल्लू, बैजू, धीरेन्द्र, अशोक, रामू, रोहित सहित लगभग दो सैकड़ा लोगों ने हस्ताक्षरित प्रार्थना पत्र दिया है।