रायबरेली। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने दृष्टिहीन बच्चों के लिए बचत भवन सभागार में आयोजित टेबलेट वितरण कार्यक्रम में जनपद के दृष्टिबाधित बच्चों को जिलाधिकारी ने संबोधित करते हुए कहा कि जब कोई कुछ करने की ठान लेता है, तो फिर उसे कोई रोक नहीं सकता, वो चाहे दृष्टिबाधित ही क्यों न हो। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन केवल दूसरों से भिन्न हैं, उनमें कोई कमी नहीं है। हालांकि सभी में कोई न कोई कमी होती है, जो हो सकता है नजर न आती हो। उन्होंने कहा कि मुश्किल परिस्थितियों का सामना करना जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दौर होता है हमेशा उसी से जीत होती है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन हमारे समाज का अभिन्न अंग हैं, इन्हें अभिन्न अंग बनाए रखना हम सब का दायित्व है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने 59 बच्चों को टैबलेट वितरित किए।
जिलाधिकारी ने कहा कि दृष्टिबाधित बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए, उनको शिक्षित करने के लिए उनके पाठ्यक्रम से अपलोडेड टेबलेट वितरित किए गए हैं। इस अवसर पर पूर्व में शिक्षा अभियान में अध्यनरत रह चुके, दृष्टिबाधित बालक दीपू पटेल जो कि वर्तमान में शिवगढ़ की स्टेट बैंक शाखा में कार्यरत हैं तथा विभिन्न राज्य व राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। उनके द्वारा दृष्टिबाधित बच्चों और उनके अभिभावकों को दृष्टिबाधित अपलोडेड टेबलेट संबंधित सॉफ्टवेयर के विषय में जानकारी दी गई। मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव ने दृष्टिबाधित बच्चों के प्रयासों की सराहना की साथ ही साथ आने वाले समय में हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए हर संभव पहल करने का आश्वासन दिया। जिला समन्वयक समेकित शिक्षा शुभा त्रिपाठी तथा विशेष शिक्षक अजय कुमार द्वारा टैबलेट के इस्तेमाल के विषय में विशेष शिक्षकों एवं अभिभावकों को जानकारी प्रदान की।