मथुराः जन सामना संवाददाता। जन सहयोग समूह ने बंदरों के उत्पात की समस्या के निदान को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में एसडीएम ने ज्ञापन लिया। ज्ञापन में कहा गया है कि मथुरा जनपद में बंदरों के उत्पात की घटनाओं में कई दर्जन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अनेकों घायल हुए हैं, बहुतों की हड्डियां टूटी हैं। महिलाएं बन्दरों के डर के कारण घरों में कैद रहती हैं। बच्चों को स्कूल आने जाने में डर लगता है। वृन्दावन में खुद मथुरा के जिलाधिकारी का चश्मा बंदर उतारकर ले गए थे।
अजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि जन सहयोग समूह मथुरा आपसे मांग करता है।कि मथुरा जनपद में बन्दरों की समस्या का स्थायी समाधान शासन के स्तर से हो। जिसके लिये कुछ सुझाव प्रेषित हैं। कम से कम पांच जगह मंकी सफारी बनाया जाये, जिसमें मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना, नंदगांव में एक एक मंकी सफारी बने। मथुरा में पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के निदेशक से अथवा देश मे शासन जहां चाहे वहां के पशु चिकित्सकों या शोधार्थियों से बंदरों की नसबंदी की दवा अथवा इंजेक्शन तैयार कराया जाए। इस कार्य मे शीघ्रता हो। बन्दर पकड़ने के बाद छोड़ने के लिये जंगल उपलब्ध नहीं हैं। इसलिये मंकी सफारी और उसमें भी बंदरों की नसबंदी के कार्य से स्थिति नियंत्रण में आ सकती है। जन सहयोग समूह निवेदन करता है कि मथुरा जनपद के गांव और शहर सभी जगह विकराल बन चुकी बंदरों के उत्पात की समस्या के निदान के शीघ्र उपाय किये जायें।