– महुआ एबीएसए का एक और कारनामा आया सामने
– अध्यापकों से अवैध वसूली के लिए निकाला तरीका
बांदाः नमन गुप्ता। एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार लगातार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का सपना देख रही है। वहीं दूसरी तरफ सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि बांदा जिले के महुआ ब्लॉक में तैनात बेसिक विभाग के खंड शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार पटेरिया उसी सपने को चकनाचूर करके खुलेआम अवैध वसूली में लगे हुए है।
जानकारी मिली है कि महुआ ब्लॉक में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी श्री पटेरिया सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का भी खुलेआम उल्लंघन कर रहे है। योगी सरकार द्वारा साफ निर्देश दिए गए है कि खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा जिस विद्यालय का भी निरीक्षण किया जाएगा। उसको ऑनलाइन पोर्टल में दर्ज किया जाएगा। लेकिन महुआ ब्लॉक में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा जो निरीक्षण किए जाते हैं। उसमें जो विद्यालय सही पाए जाते हैं। उनको तो ऑनलाइन पोर्टल में चढ़ा दिया जाता है लेकिन जिन विद्यालयों में कोई कमी जैसे कोई अध्यापक अनुपस्थित पाया जाता है उसको ऑनलाइन पोर्टल में न चढ़ा कर उपस्थिति रजिस्टर में छोटे अक्षरों से कलम चलाई जाती है। विभागीय सूत्रों के अनुसार ये पूरा खेल अवैध वसूली के लिए किया जाता है। ताकि जिस अध्यापक के खिलाफ जो कमी मिले उस की आड़ में अध्यापक से अवैध वसूली की जा सके। वर्तमान में जिले में तैनात जिलाधिकारी दीपा रंजन और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा लगातार योगी सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य किया जा रहा है लेकिन उन्हीं की नाक के नीचे उनका मातहत खुलेआम भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है। महुआ खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा खुलेआम अवैध वसूली की जा रही है और प्रदेश की योगी सरकार की साख पर बट्टा लगाया जा रहा है।
इस सम्बंध में खंड शिक्षा अधिकारी महुआ विनोद कुमार पटेरिया ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को मनगढ़न्त व निराधार बताया है।