प्रयागराज। राष्ट्रीय विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी संचार परिषद भारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्र व्यापी गतिविधि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का तीसवाँ राज्य स्तरीय आयोजन पतंजलि ऋषिकुल स्कूल में 24 दिसम्बर से 26 दिसम्बर तक आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में कक्षा 6 से 12 तक के 10 वर्ष से 17 वर्ष तक के बच्चे मुख्य विषय अपने परितंत्र को समझें पर आधारित 5 उप विषयों में से किसी एक से सम्बंधित अपनी स्थानीय समस्या को चिन्हित कर दो बच्चों का एक समूह बनाकर किसी सक्षम मार्गदर्शक के मार्ग दर्शन में तीन चार महीने प्रयोग एवम सर्वे के माध्यम से अपने लघु शोध पत्र तैयार कर विभिन स्तर स्कूल स्तर, नोडल स्तर, जिला स्तर से होते हुए राज्य स्तर, रास्ट्रीय स्तर पर अपने लघु शोध प्रस्तुत करते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के राज्य समन्यवक डॉ0 एस0 के0 सिंह ने बताया कि इस वर्ष पूर्वी उत्तर प्रदेश के 37 जिलों में जिला स्तर पर लगभग 4670 प्रोजेक्ट प्रस्तुत किये गए। जिनमें से प्रत्येक जनपद से चार प्रोजेक्ट अर्थात कुल 148 प्रोजेक्ट राज्य स्तर के लिए चयनित किये गए। 16 मूल्यांकन कर्ताओं के माध्यम से 148 प्रोजेक्ट्स फाइलों की राज्य स्तरीय स्क्रीनिंग कराई गई जिनमें से 82 प्रोजेक्ट्स के ग्रुप लीडर्स को राज्य स्तर पर मौखिक प्रस्तुतीकरण के लिए आमन्त्रित किया गया है। चयनित बाल विज्ञानियों के साथ, 37 जिला समन्यवक एवम करीब 50 गाइड टीचर, मूल्यांकन हेतु 20 विशेषज्ञों सहित लगभग 50 वोलेंटियर्स उपस्थित रहेंगे। बच्चों, शिक्षकों एवं समन्वयकों को ठहरने की व्यवस्था चिन्मय मिशन आश्रम में की गयी है। राज्य स्तर से राष्ट्रीय स्तर के लिए कुल 21 लघु शोध पत्र चयनित होंगे। राष्ट्रीय स्तर का आयोजन 27 जनवरी से 31 जनवरी 2023 तक अहमदाबाद गुजरात साइंस सिटी मे सम्पन्न होगा।
ये जानकारी आयोजक संस्था वोलेंटरी इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिटी एप्लाइड साइंस (विकास) के राज्य समन्वयक डॉ सत्येन्द्र कुमार सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति में दी है।