रायबरेलीः पवन कुमार गुप्ता। एनटीपीसी ऊंचाहार में प्रियदर्शनी लेडीज क्लब के सौजन्य से शरद मेला का आयोजन किया गया। मेले का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में आए एनटीपीसी के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (उत्तर) प्रवीण सक्सेना व उत्तरा लेडीज क्लब की अध्यक्षा नीलम सक्सेना द्वारा किया गया। ऊंचाहार परियोजना के कार्यकारी निदेशक अभय कुमार समैयार व प्रियदर्शनी लेडीज क्लब की अध्यक्षा मनीषा समैयार ने मुख्य अतिथियों के आगमन पर उनका स्वागत किया।
भारतीय विरासत पर गर्व की अनुभूति का भाव रखते हुए इस वर्ष मेले की थीम ‘मेरी विरासत मेरा अभिमान’ रखी गई। जिसके अंतर्गत योग, आयुर्वेद, बाजरा व जड़ी बूटियों के महत्व को मुख्य रूप से प्रदर्शनी के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। देश को स्वस्थ व समृद्ध बनाने में योग के योगदान को प्रमुख तौर पर दर्शाया गया। इसी के अंतर्गत योग के विभिन्न आसनों, उनको करने की विधि और उसके लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। योग प्रदर्शनी के माध्यम से योग को अतुलनीय विरासत के रूप में प्रदर्शित करने का प्रयास किया गया।
ऊर्जा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से निरंतर विद्युत उत्पादन करने वाली ऊंचाहार परियोजना की प्रदर्शनी का भी आयोजन मेले में किया गया। जिसमें ऊंचाहार परियोजना की उपलब्धियों, नए आयामों और लक्ष्यों आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई व एक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया और पुरस्कार के रुप में जूट बैग का वितरण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने का प्रयास किया गया।
मेरी विरासत मेरा अभिमान मेले की थीम को बल देते हुए प्रियदर्शनी लेडीज क्लब की ओर से मेरी विरासत मेरा खानपान के अंतर्गत विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए। इनमें लिट्टी-चोखा, सरसों का साग-मक्के की रोटी, छोले-भटूरे, मटर चाट, पेस्ट्री व पनीर रोल आदि बेहद पसंद किए गए।
सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन करते हुए लखनऊ के त्रिशक्ति ग्रुप द्वारा श्री राम, सीता और रावण का चरित्र वर्णन करने वाली रामायण को सूक्ष्म रूप में एक नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। साथ ही परियोजना आवासीय परिसर स्थित बाल भवन के बच्चों ने संगीत एवं कत्थक नृत्य के माध्यम से अपने भावों की अभिव्यक्ति की। साथ ही राजस्थानी और पंजाबी संस्कृति के अनूठे रंगों को डीएवी व चिन्मय विद्यालय द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में बालिका सशक्तिकरण अभियान की 10 चयनित मेधावी बच्चियों को मुख्य अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
मेले में साहित्य, कला व खेलकूद आदि क्षेत्रों के प्रसिद्ध व्यक्तियों, भारतीय तीज-त्योहारों और विविधताओं से भरी संस्कृतियों को प्रस्तुत करते हुए आवासीय परिसर के स्कूलों द्वारा बोमाई कोलू और लोहड़ी का अद्भुत चित्रण किया। साथ ही राम जन्मभूमि व काशी की झांकी ने सभी का मन मोह लिया।
उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध जिलों की कईं वस्तुओं का स्टॉल मेले में लगाया गया, जिनमें बनारसी साड़ी, रायबरेली का वुडन फर्नीचर व मूंज आदि शामिल हैं। मेले में राजकमल प्रकाशन व गीता प्रेस गोरखपुर की किताबों के लिए विजिटर्स में खासा उत्साह देखने को मिला।
मेले के दूसरे दिन हाउज़ी व लकी ड्रॉ का आयोजन किया गया और इसी के साथ प्रियदर्शनी लेडीज क्लब द्वारा आयोजित शरद मेला संपन्न हुआ। परियोजना के कार्यकारी निदेशक अभय कुमार समैयार व प्रियदर्शनी लेडीज क्लब की अध्यक्षा मनीषा समैयार के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रियदर्शनी लेडीज क्लब की वरिष्ठ सदस्याओं, सभी महाप्रबंधकों व विभागाध्यक्षों, यूनियन व एसोसिएशन के पदाधिकारियों, आवासीय परिसर के निवासियों व स्कूलों के बच्चों का सराहनीय योगदान रहा।
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