दिनभर धूप खिली रही, मगर शाम होते ही लगभग पांच बजे आंधी-तूफान ने पूरे क्षेत्र को अपने चपेट में ले लिया। तेज आंधी के साथ जमकर बरसात भी हुई। बीच-बीच में ओले भी गिरते रहे। आकाश में बादल छा गए और हवाएं चलनी शुरू हो गई। आधे घंटे के बाद आंधी-तूफान का तांडव शुरू हुआ और लगभग डेढ़ घंटे तक जारी रहा। भीषण बारिश के साथ-साथ ओले भी गिरे। अचानक हुई बारिश के कारण गली, मोहल्ले, खेत-खलिहान में चारो तरफ पानी ही पानी भर गया। सरिगवां निवासी ध्रुव बाजपेई के अनुसार किसानों के लिए समस्या बढ़ गई हैं। खेतों में खड़ी एवं कटी पड़ी फसल को काफी नुकसान हुआ है। जानवरों के लिए साल भर का भोजन (भूसा) भी आंधी में उड़ गया है। जिससे किसानों के चेहरों पर परेशानियों के भाव दिखाई पड़े।
आंधी तूफान से जनजीवन अस्त-व्यस्त
दिनभर धूप खिली रही, मगर शाम होते ही लगभग पांच बजे आंधी-तूफान ने पूरे क्षेत्र को अपने चपेट में ले लिया। तेज आंधी के साथ जमकर बरसात भी हुई। बीच-बीच में ओले भी गिरते रहे। आकाश में बादल छा गए और हवाएं चलनी शुरू हो गई। आधे घंटे के बाद आंधी-तूफान का तांडव शुरू हुआ और लगभग डेढ़ घंटे तक जारी रहा। भीषण बारिश के साथ-साथ ओले भी गिरे। अचानक हुई बारिश के कारण गली, मोहल्ले, खेत-खलिहान में चारो तरफ पानी ही पानी भर गया। सरिगवां निवासी ध्रुव बाजपेई के अनुसार किसानों के लिए समस्या बढ़ गई हैं। खेतों में खड़ी एवं कटी पड़ी फसल को काफी नुकसान हुआ है। जानवरों के लिए साल भर का भोजन (भूसा) भी आंधी में उड़ गया है। जिससे किसानों के चेहरों पर परेशानियों के भाव दिखाई पड़े।