नांगस्निंग, ईस्ट जयंतिया हिल्स, मेघालय। मैक्स सीमेंट के संस्थापक स्व. गजानन्द अगरवाल जी की पुण्यतिथि ग्रीनवैली इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रांगण में मनाई गई। यहाँ समस्त कार्मिकों ने श्रद्धांजलि देते हुए उनके दिखाए रास्ते पर चलने हेतु कटिबद्धता दिखाई। इसके बाद गजानन्द अगरवाल मेमोरियल क्लब में जोवाई सिविल हॉस्पीटल से आए चिकित्सकीय प्रतिनिधियों द्वारा रक्तदान कैम्प का आयोजन किया गया। इसमें न केवल कम्पनी के लोगों ने बल्कि अन्य एजेंसियों और स्थानीय लोगों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। राष्ट्रवादी पुस्तक इनसे हैं हम के प्रधान संपादक सहित चार दर्जन से अधिक लोगों ने ष्रक्तदान-जीवन दानष् के उद्देश्य को सफल बनाया।
Read More »साहित्य का बेड़ा गर्द कर रहे है साहित्यिक ग्रुप्स
आजकल फेसबुक पर साहित्यिक ग्रुपों की लाईन लगी है जो कि साहित्य और लेखन को बढ़ावा देने हेतु बहुत ही सराहनीय कार्य है। इन ग्रुपों में नियमित रुप से लेखकों के बीच प्रतियोगिता का आयोजन भी होता है और तीन से पाँच प्रतिभागियों को चुनकर विजेता घोषित करके प्रशस्ति पत्र से सम्मानित भी किया जाता है। कभी-कभी तो सारे मेम्बर्स को विजेता घोषित करके प्रशस्ति-पत्र बाँटे जाते है! पर, यहाँ देखा जाता है कि न रचना का स्तर देखा जाता है, न गलतियों पर गौर किया जाता है। या तो रचना लय में ही नहीं होती है या बीस लाईन की रचना में व्याकरण की 10 त्रुटियाँ होती है। जब ऐसी रचनाओं को विजेता घोषित किया जाता है, तब ऐसा लेख लिखने को मन बेचैन हो उठता है।
पता नहीं रचना के किस पहलू का मूल्यांकन करके निर्णय लिया जाता है, ताज्जुब होता है। साहित्य के स्तर को इतना गिरा हुआ देखकर दुःख भी होता है। वैसे संचालक मंडल भी क्या करें ? अब हर रोज़ तो कुछ एक अच्छा लिखने वालों को विजेता घोषित नहीं कर सकते! इसलिए सबको खुश रखने के चक्कर में फालतू से फालतू रचनाओं को विजेता घोषित करके ये साहित्यिक ग्रुपों वाले साहित्य का बेड़ा गर्द कर रहे है और सम्मान पाकर सामान्य और निम्न स्तरीय लिखने वाले लेखक भी खुद को महान समझते उसी ढंग से लिखना चालू रखते हैं।
अगर साहित्य को बढ़ावा ही देना है तो ग्रुप को एक स्कूल की तरह बनाईये। कमज़ोर रचनाकारों की गलतियों और व्याकरण त्रुटियों को नजर अंदाज़ करने की बजाय सुधारकर लिखने को बोलिए। लेखन की शैली, शब्दों का चयन, काफ़िये का मिलना, प्रास का जुड़ना ऐसे हर पहलू को जाँच कर परिणाम घोषित करना चाहिए। मेम्बर्स को जोड़े रखने की नीति और सारे लेखकों को खुश रखने की लालच साहित्य की धज्जियां उड़ा रही है।
सिंधिया-राहुल गांधी के बीच छिड़ा “ट्वीटवार”
राजीव रंजन; नाग नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अडानी मामले पर किए गए ट्वीट को लेकर उन पर हमला तेज कर दिया है। सिंधिया ने कहा कि साफ है कि अब आप एक ट्रोल तक सीमित हो चुके हैं। मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाने और मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के बजाय इन तीन प्रश्नों का जवाब क्यों नहीं देते?
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूछा कि पहला सवाल पिछड़े वर्ग को लेकर अपने अपमानजनक बयान के लिए माफी क्यों नहीं मांगते? उल्टा कहते हैं कि आप सावरकर जी नहीं हैं, माफी नहीं माँगेंगे। देश सेवक का अपमान और इतना अहंकार। दूसरा सवाल जिस न्यायालय पर कांग्रेस ने सदैव ऊंगली उठाई, आज अपने स्वार्थ हेतु उस पर दबाव क्यों बना रहे हैं?
सिंधिया ने तीसरा सवाल पूछा कि आपके लिए नियम अलग क्यों हों? अपने आप को क्या आप फर्स्ट क्लास नागरिक मानते हैं? आप अहंकार में इस कदर ग्रस्त हैं कि शायद इन सवालों की महत्ता भी आपकी समझ से परे है। इससे पहले भी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला किया था।
सिंधिया ने इस बार आअपने पुराने सखा राहुल गांधी पर पूरी ताकत से हमला किया।
महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती पर मरीजों को फल वितरित किये
ऊंचाहार; रायबरेली। भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा मंडल ऊंचाहार द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ऊंचाहार में महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई । इस अवसर पर मरीजों एवं तीमारदारों को फल, बिस्किट, पानी वितरण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अनुपमा सिंह लोधी राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा, स्वतंत्र निदेशक केंद्रीय भंडारण निगम भारत सरकार ने बताया कि महात्मा ज्योतिबा फुले हमेशा शोषित और दलितों, महिलाओं की शिक्षा ,समाज सुधारक व जाति विरोधी असामाजिक तत्वों के खिलाफ लड़ते रहे। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने अनेकों कार्य किए साथ में क्षेत्रीय मंत्री अभिलाष चंद्र कौशल ने महात्मा जीवनी इतिहास के बारे में बताया कि हमेशा महात्मा ज्योतिबा फुले ने देश के शोषित वंचितों पिछड़ों, महिलाओं, मजदूरों, किसानों, जागृत करने के लिए अनेकों कार्य किए।
Read More »पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का किया अनावरण
पवन कुमार गुप्ता; रायबरेली। पुलिस ने बताया कि बीती 05 फरवरी को ग्राम गुमावां के चौकीदार द्वारा थाना शिवगढ़ पर सूचना दी गई कि नहर के किनारे सरसों के खेत में अज्ञात व्यक्ति का शव (उम्र करीब 28 वर्ष) पड़ा है। इस सूचना पर तत्काल थानाध्यक्ष शिवगढ़, फोरेंसिक टीम व उच्चाधिकारी द्वारा मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तथा साक्ष्य संकलन करते हुए शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा की कार्यवाही करते हुए, शव को मृत्यु का सही कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में गोली लगने से मृत्यु होना पाया गया। इस संबंध में थाना शिवगढ़ पर मुकदमा भी पंजीकृत किया गया था। शव की शिनाख्त हेतु रायबरेली पुलिस द्वारा सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मस पर साथ ही पम्पलेट्स, स्टीकर आदि को विभिन्न जनपदों के थानों, बस, टैम्पो, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर प्रसारित किया गया तथा एससीआरबी से उम्र करीब 20-30 वर्ष के गुमशुदा व्यक्तियों की सूची निकालकर उनके परिजनों से भी वार्ता की गयी। जिसके परिणामस्वरुप मृतक की पहचान सागर राणा पुत्र यशपाल सिंह निवासी सुग्गा थाना तरावली जनपद करनाल हरियाणा के रुप में परिजनों द्वारा की गयी।
Read More »पेंशन…. जायज मांग
पुरानी पेंशन बहाली की जंग हिमांचल से लेकर कर्नाटक तक फैली हुई है लेकिन कहीं कोई सुगबुगाहट नहीं है। लोग नई पेंशन योजना के बजाय पुरानी पेंशन योजना को ही लागू करने की मांग कर रहे हैं। पुरानी पेंशन योजना के मसले पर सरकार की चुप्पी की क्या वजह हो सकती है? परिवार का एक मुख्य व्यक्ति जिसकी आय से पूरा घर परिवार का खर्च चलता है और बुढ़ापे में आय का स्त्रोत बंद हो जाने पर उसके गुजर-बसर की समस्या उत्पन्न होने पर वो क्या करे? दूसरे बुढ़ापे में काम ना कर पाने की लाचारी के चलते आर्थिक विषमता का भी सामना करना पड़ता है। बुजुर्गों को पेंशन देना सरकार का फर्ज है ताकि बुढ़ापे में बुजुर्ग अपने खर्च वहन कर सके और वो आर्थिक रूप से मजबूत बनी रहे।
केंद्र सरकार का यह कहना कि पेंशन देने से राजस्व पर भार पड़ता है तो यह बिल्कुल बेमानी बात है, इससे ज्यादा खर्च तो चुनाव प्रचार में हो जाता है जिसका कोई हिसाब किताब नहीं होता है। दूसरे सांसदों और विधायकों को जो पेंशन मिलती है उसमें कटौती क्यों नहीं की जाती? विधायकों और सांसदों को दी जाने वाली सुविधाओं में भी कटौती क्यों नहीं की जाती?
निकाय चुनाव को लेकर शारदा सहायक नहर पर चौकन्नी दिखी पुलिस
पवन कुमार गुप्ता, ऊंचाहार, रायबरेली। उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगर निकाय चुनाव की घोषणा की जा चुकी है। जिसको लेकर जिले की ऊंचाहार पुलिस भी सक्रिय दिखी। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के दिशा निर्देश के पालन में ऊंचाहार पुलिस लगातार संदिग्ध व्यक्ति, वाहन चेकिंग अभियान चला रही है । इसी क्रम में ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के बहेरवा चौकी प्रभारी विवेक त्रिपाठी ने आरक्षी विवेक कुमार सरोज सहित अन्य सिपाहियों के साथ क्षेत्र के मनीरामपुर शारदा सहायक नहर के पुल पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया। वाहन चेकिंग के दौरान चौकी प्रभारी ने नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्यवाही भी की और सख्त हिदायत भी दी। चौकी प्रभारी विवेक त्रिपाठी ने कहा कि संदिग्ध व्यक्ति वाहन चेकिंग का अभियान चलाया गया, इस दौरान वाहनों के प्रपत्र के साथ साथ कोई प्रतिबंधित सामग्री तो नहीं ले जाई जा रही इस पर पैनी नजर रखी जा रही है।
Read More »नन्हें शातिरों ने पुलिस को दिया झांसा और भाग निकले
कानपुर; अवनीश सिंह। शहर के व्यस्त टाटमिल चौराहे पर यातायात पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दे भाग निकले शातिर नाबालिग जिससे प्रशासन की सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए। हुआ यूं कि रविवार दोपहर को टाटमिल चौराहे के पास यातायात पुलिस के उप निरीक्षक चन्द्रभान ड्यूटी पर तैनात थे। तभी दो नाबालिग सफेद एक्टिवा स्कूटी से घंटाघर रेल्वे स्टेशन की ओर से टाटमिल चौराहे की ओर जा रहे थे। नाबालिगों को स्कूटी से जाते देख ड्यूटी में तैनात उप निरीक्षक चन्द्रभान द्वारा नाबालिगों को रोका गया व वाहन के पूंछताछ की जवाब में शातिर नाबालिगों ने उप निरीक्षक को ऐसी स्कीम समझाई जिस पर उप निरीक्षक विश्वास कर बैठे। शातिर नाबालिगों ने मम्मी और पापा को बुलाकर लाने को कहा और नाबालिग वहां से नौ दो ग्यारह हो गए। करीब आधे घंटे तक इंतजार करने पर नाबालिग शातिर नही लौटे और न ही उनके मम्मी,पापा। जिस पर उप निरीक्षक ने गाड़ी के हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट से वाहन मालिक का नंबर निकाल कर उसे सूचित किया जिस पर जानकारी मिली कि पुलिस के पास खड़ी स्कूटी चोरी की है। सुनकर उप निरीक्षक चक्कर खा गए और गाड़ी को उठाकर ट्रैफिक लाइन में खड़ा कर दिया।
Read More »नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 के सम्बन्ध में बैठक कर दिये निर्देश
कानपुर। जिलाधिकारी विशाख जी0 की अध्यक्षता में नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 में विभिन्न व्यवस्थाओं के सुचारू रूप से क्रियान्वयन हेतु नियुक्त प्रभारी/सहायक प्रभारी अधिकारियों के साथ एक बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
जिलाधिकारी ने बताया कि नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 की आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है एवं निर्वाचन के कार्य प्रारंभ हो गए हैं। आदर्श आचार संहिता का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने बताया कि जनपद में नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन द्वितीय चरण में संपन्न होना है, जिसके अंतर्गत दिनांक 17 अप्रैल से 24 अप्रैल, 2023 तक नामांकन पत्रों का वितरण व नामांकन होगा, दिनांक 25 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच, दिनांक 27 अप्रैल को नाम वापसी, दिनांक 28 अप्रैल को प्रतीक आवंटन, दिनांक 11 मई को मतदान व दिनांक 13 मई, 2023 को मतगणना संपन्न होगी।
नए ट्रैफिक प्लान के विरोध में ई रिक्शा चालकों का प्रदर्शन
⇒आक्रोशित ई रिक्शा चालकों ने गिरिराज परिक्रमा मार्ग पर जाम लगाकर किया प्रदर्शन
मथुरा। गिरिराज परिक्रमा मार्ग को जाम से मुक्त कराने के लिए लागू किए गए नए ट्रैफिक प्लान के खिलाफ ई रिक्शा चालकों में आक्रोश व्याप्त है। आक्रोशित ई रिक्शा चालकों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए गिरिराज परिक्रमा पर जाम लगा दिया। सात अप्रैल को डीएम पुलकित खरे ने गोवर्धन में श्रद्धालुओं को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए ई रिक्शा के नए ट्रैफिक प्लान को हरी झंडी दिखाकर लागू कराया था। प्रशासन के नए ट्रैफिक प्लान के मुताबिक परिक्रमा मार्ग पर 400 ई रिक्शा चलाने की अनुमति दी गई थी। ट्रैफिक प्लान से स्थानीय लोगों के अलावा श्रद्धालु भक्तों को दो दिन जाम से राहत मिली। सोमवार को ई रिक्शा चालक आक्रोशित हो गए। आन्यौर गिरिराज परिक्रमा मार्ग पर प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया। जाम की सूचना पर सीओ राम मोहन शर्मा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।