कर्नाटक राज्य में बीजेपी के पतन के संभावित कारण क्या हो सकते हैं। आइए इसके कुछ कारणों के बारे में बताते हैं जो संभवतः केंद्र-सत्तारूढ़ भाजपा की हार का कारण बने हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस के पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आने के संकेत दिये हैं। ऐसे में देश के राजनीतिक हलकों में पहले से ही अटकलों का दौर चल रहा है कि राज्य में बीजेपी के पतन के संभावित कारण क्या हो सकते हैं?
कर्नाटक में भाजपा की हार के प्रमुख कारणों में से एक राज्य में एक मजबूत राजनीतिक चेहरे की अनुपस्थिति को देखा जा रहा है। भाजपा ने पूर्व सीएम येदियुरप्पा की जगह बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन बसवराज बोम्मई बदलाव और प्रगति के मामले में जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने में विफल रहे। इसके अलावा, कांग्रेस के पास उनके प्रमुख लोगों के रूप में डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया जैसे मजबूत चेहरे हैं, जिसने भाजपा को गंभीर नुकसान में डाल दिया है।
वहीं कर्नाटक राज्य में भाजपा को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को इस चुनाव के दौरान दरकिनार कर दिया गया था। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार और पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी जैसे अन्य प्रमुख नेताओं को भी भाजपा ने टिकट से वंचित कर दिया था। इसने दोनों नेताओं को मैदान में प्रवेश करने से पहले कांग्रेस में शामिल होने का मौका दिया। तीनों नेता – बीएस येदियुरप्पा, जगदीश शेट्टार और लक्ष्मण सावदी – राज्य में प्रमुख लिंगायत समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन नेताओं को पीछे की सीट पर बिठाने से पार्टी को नुकसान होता है।
कर्नाटक चुनावः नफरत की बाजार खत्म हुई है और मोहब्बत की दुकान खुली है-राहुल गाँधी
राजीव रंजन नागः नई दिल्ली। कर्नाटक में बजरंगबली के भरोसे चुनाव जीतने का सपना देख रही भारतीय जनता पार्टी को संकटमोचक ने पटखनी दे दी है। तमाम चुनावी सर्वेक्षणों को झुठला कर चुनाव जीतने का दावा करने वाली भाजपा ने दोपहर में अपनी हार मान ली और वह भारी सदमे में है। विधानसभा चुनावों के नतीजे ने राज्य में 38 सालों की परंपरा इस बार फिर बहाल हो गई। 224 सदस्यीय राज्य विधान सभा में कांग्रेस को 135 सीटें मिली हैं जबकि भाजपा को महज 66 सीटें जीत सकी है। जेडीएस के हिस्से में 19 व अन्य के खाते में 4 सीटें आई हैं। इस तीसरी ताकत का राज्य की राजनीति में कोई खास असर नहीं है।
भावी मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति कायम करने के लिए कांग्रेस रविवार को बंगलूरु में बैठक कर रही है। डी के शिवा कुमार और सिद्धारमैय्या दो ऐसे बड़े नेता हैं जिनके नाम पर विचार या जाना है। कर्नाटक की 224 सीटों के लिए 10 मई को वोटिंग हुई थी। 2,615 उम्मीदवारों के लिए 5.13 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले। चुनाव आयोग के मुताबिक, कर्नाटक में 73.19 प्रतिशत मतदान हुआ। यह 1957 के बाद राज्य के चुनावी इतिहास में सबसे ज्यादा रहा।
अपने लिंगायत समर्थन के आधार को मजबूत करने के लिए भाजपा के आखिरी मिनट के खले गए सारी रणनीति वफल साबित हुई है।
कर्नाटक की जनता ने हमें बड़ी जिम्मेदारी दी हैः प्रियंका
नई दिल्लीः जन सामना डेस्क। देश में आ रही आवाजों की राहुल गांधी पीएम बनेंगे के बारे में पूछे जाने पर प्रियंका गांधी वाड्रा कहती हैं कि जैसा कि मैंने कहा, यह (कर्नाटक में सत्ता में आना) एक बड़ी जिम्मेदारी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा कहती हैं कि मैं कर्नाटक के लोगों को बधाई देती हूं। उन्होंने पूरे राज्य में संदेश दिया है कि जनता ऐसी राजनीति चाहती है जो उनके मुद्दों को हल करे, ऐसी राजनीति जहां उनके मुद्दों पर चर्चा हो…कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश के लोग दिखा दिया है कि अब डायवर्सन की राजनीति नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि हम कुछ गारंटियों के साथ लोगों के पास गए और हमें उन्हें पूरा करना है। हमें लोगों के लिए काम करना है। जनता हमें बताएगी कि आगे क्या होगा।
वहीं कांग्रेस की जीत के बाद विपक्ष के कई नेताओं ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस की सराहना की और कहा कि यह परिणाम दिखाता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अजेय नहीं हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की ‘नकारात्मक, सांप्रदायिक और झूठे प्रचार वाली’ राजनीति का अंत होना शुरू हो गया है।
महापौर प्रत्याशी कामिनी राठौर ने मशरूर फातिमा को हराया
फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। जिला प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्थाओं के बीच मण्डी समिति सहित सभी मतगणना केन्द्र मतगणना केन्द्र पाली इण्टर कालेज शिकोहाबाद, नवीन मण्डी स्थल सिरसागंज, ठा0 वीरी सिंह इं0 का0 टूण्डला, एल आर इं0का0 जसराना पर सकुशल, निष्पक्ष, पारदर्शी ढंग से सम्पन्न हुई। जिला व पुलिस प्रशासन की सभी तैयारियों के साथ एवं राज्य निर्वाचन आयोग के प्रेक्षक डा0 हरिओम व जिलाधिकारी रवि रंजन एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी की कड़ी मॉनिटरिंग में प्रातः 8 बजे से मतगणना प्रारम्भ होकर परिणाम घोषित होने तक सकुशल सम्पन्न हुई,
Read More »हाथरस में भाजपा का फिर से खिला कमल, श्वेता चौधरी की ऐतिहासिक जीत
हाथरसः जन सामना संवाददाता। नगर निकाय चुनाव 2023 के तहत जनपद में गत 11 मई को मतदान आयोजित होने के बाद 13 मई को अलग-अलग तहसीलों पर जनपद की सभी नगर पंचायतों व नगर पालिका अध्यक्ष के लिए मतगणना आयोजित की गई। जिसमें हाथरस नगर पालिका परिषद के लिए मतगणना आगरा रोड स्थित एमजी पॉलिटेक्निक कॉलेज पर आयोजित की गई। यहां हाथरस नगर पालिका के साथ ही नगर पंचायत मुरसान तथा मेंडू की मतगणना आयोजित की गई और मतगणना में हाथरस नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद पर फिर से कमल का फूल खिला है और भारतीय जनता पार्टी का कब्जा बरकरार रहा है तथा हाथरस नगर पालिका परिषद क्षेत्र में समाजवादी पार्टी दूसरे एवं बहुजन समाज पार्टी तीसरे तथा कांग्रेस पार्टी चतुर्थ स्थान पर रही है। मतगणना को लेकर मतदान स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। वहीं हजारों समर्थकों की भीड़ मतगणना स्थल के आसपास जमा थी और समर्थक अपने हाथों में फूल माला, दुपट्टा आदि लेकर अपने-अपने प्रत्याशियों के लिए स्वागत हेतु तत्पर खड़े थे।
Read More »विकास की सारथी बनने को तैयार भाजपाः ममता जायसवाल
जन सामना ब्यूरोः ऊंचाहार, रायबरेली। नगर पंचायत ऊंचाहार से भाजपा समर्थित प्रत्याशी की भारी मतों से जीत होने पर ममता जायसवाल एवं कृष्णचंद्र जायसवाल ;टिल्लू भैयाद्ध ने नगरवासियों को बधाई दी है, साथ यह भी कहा है कि नगर पंचायत ऊंचाहार का विकास अब तेजी से हो सकेगा। केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के साथ -साथ अब नगर में भी भाजपा की सरकार बन गई है और यह ट्रिपल इंजन की सरकार नगर के विकास को और गति देगी, जिसका लाभ क्षेत्र की जनता को मिलेगा। ममता जायसवाल ने यह भी कहा कि विकास के रथ की सारथी बनने के लिए भाजपा अब पूरी तरह से तैयार है और विकास करना ही हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकाल में चरणब( तरीके से विकास कर लोगों को अधिक से अधिक सुविधा दिलाने का प्रयास किया जायेगा।
Read More »मथुरा: नगर पंचायतों में निर्दलीय पड़े भारी
श्याम बिहारी भार्गवः मथुरा। निकाय चुनावों में नगर पंचायत और नगर पालिका अध्यक्ष पद पर कडी टक्कर देखने को मिली। निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव को रोचक मना दिया। कई जगह जीत हासिल की तो कई जगह समीकरणों को बिगाड़ कर रख दिया जिससे अप्रत्याशित चुनाव नतीजे सामने आये। गोवर्धन में निर्दलीय प्रत्याशी प्रभा देवी पत्नी मनीष लम्बरदार अपने निकटतम प्रतिद्वंदी पर बडी जीत हासिल की। राधाकुंड से रामफल मुंशी ने 381 मतों से जीत हासिल की, बरसाना से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी विजय देवी पत्नी पदम फौजी 981 मतों से जीतीं।
कोसीकला नगर पंचायत में भाजपा प्रत्याशी धर्मवीर अग्रवाल नगर पालिका अध्यक्ष पद पर विजयी रहे। चौमुहां नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी सुषमा सिसौदिया 121 वोट से विजय हुईं। महावन नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी सुशील कर्दम की पत्नी 82 मतों से विजय रहीं। बलदेव में निर्दलीय प्रत्याशी डा.मुरारीलाल अग्रवाल ने जीत हासिल की।
मथुरा में भाजपा के विनोद बने मेयर
मथुरा। कान्हा की नगरी में कमल की खिलखिलाहट बरकरार है। निकाय चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी का दबदबा कायम रहा। भाजपा प्रत्याशी विनोद अग्रवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा प्रत्याशी राजा मोहतिम अहमद को एक लाख से अधिक मतों से पराजित किया। जीत का यह अंतर मैदान में रहे अन्य सात प्रत्याशियों को मिले कुल मतों से कुछ ही कम है। नगर निगम मथुरा वृंदावन के मेयर पद के 18 राउंड की काउंटिंग हुई। इसके बाद भाजपा प्रत्याशी विनोद अग्रवाल को विजय घोषित कर दिया गया। अंतराउंड की गिनीती पूरी होने के बाद बीजेपी प्रत्याशी विनोद अग्रवाल को 145720, सपा प्रत्याशी तुलसीराम शर्मा को 11922, बसपा प्रत्याशी राजा मोहतिम अहमद को 35191, कांग्रेस प्रत्याशी श्याम सुंदर उपाध्याय बिट्टू को 35173, कांग्रेस समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार रावत को 30247, आप प्रत्याशी प्रवीन भारद्वाज को 7187, निर्दलीय रमेश सैनी 6154 तथा राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी प्रत्याशी बबीता 3435 को मत मिले। मथुरा में 18वें राउंड की गिनती पूरी हो गई है।
Read More »उप्रः योगी के सिर बंधा जीत का सेहरा
लखनऊः जन सामना डेस्क। उत्तर प्रदेश में मेयर चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी वहीं सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ लगातार चुनाव प्रचार कर रहे थे। सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक को भी जी जान से जुटने हेतु लगाया गया था और मंत्री भी दमखम के साथ चुनावी मैदान में थे। परिणामतः देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से भाजपा के लिए खुशखबरी आई है और यह खुशखबरी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मिली है। उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव के नतीजे घोषित किए गये हैं। उत्तर प्रदेश में मेयर के चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त सफलता हासिल की है। मेयर के चुनाव में भाजपा ने सभी 17 सीटों पर कब्जा जमा लिया है। सपा-बसपा-कांग्रेस और अन्य को कुछ भी सफलता नहीं मिल पाई है।
भाजपा की ओर से उप्र में जबरदस्त प्रचार भी किया गया था। योगी आदित्यनाथ लगातार अनेक जिलों के दौरे कर रहे थे। दूसरी ओर अखिलेश यादव कुछ चुनिंदा सीटों पर ही प्रचार करने पहुंच पाये जबकि मायावती और प्रियंका गांधी पूरी तरीके से नदारद रहीं। भाजपा भी यहां प्रचंड जीत हासिल करने में कामयाब हुई है। समाजवादी पार्टी और बसपा का हाल यह है कि उन्हें 100 से भी कम सफलता मिल पाई है।
नगर पंचायत कुंडा के अध्यक्ष पद पर जनसत्ता दल की हुई जीत
कुंडा, प्रतापगढ़। जिले में कुंडा क्षेत्र वैसे तो रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के नाम जाना जाता है। राजा भैया यहां की विधानसभा सीट से लगातार विधायक बने हुए हैं और 2018 में उन्होंने अपनी स्वयं की जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी की स्थापना भी की । बता दें कि कभी राजा भैया के घनिष्ठ मित्र कहे जाने वाले गुलशन यादव ;नेता समाजवादी पार्टीद्ध विधानसभा चुनाव से लेकर निकाय चुनाव में राजा भैया के विपक्ष में खड़े होते रहे हैं, विधानसभा के चुनाव में भी दोनों नेता आमने सामने रहे परंतु राजा भैया की लोकप्रियता कम नहीं हुई और हर बार जीते। इसी तरह निकाय चुनाव में भी सपा को हार का सामना करना पड़ा।
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