लखनऊः जन सामना डेस्क। उत्तर प्रदेश में मेयर चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी वहीं सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ लगातार चुनाव प्रचार कर रहे थे। सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक को भी जी जान से जुटने हेतु लगाया गया था और मंत्री भी दमखम के साथ चुनावी मैदान में थे। परिणामतः देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से भाजपा के लिए खुशखबरी आई है और यह खुशखबरी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मिली है। उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव के नतीजे घोषित किए गये हैं। उत्तर प्रदेश में मेयर के चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त सफलता हासिल की है। मेयर के चुनाव में भाजपा ने सभी 17 सीटों पर कब्जा जमा लिया है। सपा-बसपा-कांग्रेस और अन्य को कुछ भी सफलता नहीं मिल पाई है।
भाजपा की ओर से उप्र में जबरदस्त प्रचार भी किया गया था। योगी आदित्यनाथ लगातार अनेक जिलों के दौरे कर रहे थे। दूसरी ओर अखिलेश यादव कुछ चुनिंदा सीटों पर ही प्रचार करने पहुंच पाये जबकि मायावती और प्रियंका गांधी पूरी तरीके से नदारद रहीं। भाजपा भी यहां प्रचंड जीत हासिल करने में कामयाब हुई है। समाजवादी पार्टी और बसपा का हाल यह है कि उन्हें 100 से भी कम सफलता मिल पाई है।199 सीटों में से भाजपा के पक्ष में 99 सीट गए हैं। बाकी के 100 सीटों में सपा बसपा कांग्रेस और अन्य के खाते में गए हैं। खास बात यह भी है कि नगर पालिका अध्यक्ष की चुनाव में भाजपा के बाद दूसरे नंबर पर निर्दलीय हैं। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सफलता का श्रेय योगी आदित्यनाथ को दिया जा सकता है। योगी ने सूबे की कानून व्यवस्था को प्रमुखता से प्रचारित किया था। निकाय चुनाव में भाजपा की प्रतिष्ठा भी दांव पर थी क्योंकि शहरी इलाके हमेशा पार्टी के घर रहे हैं। लेकिन नगर पालिका और नगर पंचायत में भाजपा को पहले भी बड़े झटके लगते रहे हैं।