⇒दूरदर्शन के पत्रकार सत्येन्द्र मुरली का खुलासा
⇒पत्रकार का दावा पूर्व रिकाॅर्डेड और एडिट किया हुआ था संदेश, हैं पुख्ता सुबूत
⇒500 व 1000 के नोटबन्दी पर अचानक घोषणा वाला नाटक किया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने!
⇒पत्रकार ने कहा, मोदी ने संविधान व नियम-कानूनों को ताक पर रखकर देश की जनता को गुमराह किया
⇒भारतीय प्रेस क्लब में काॅन्फ्रेंस कर पत्रकार सत्येन्द्र मुरली ने किया बड़ा खुलासा गोपनीय नहीं था नोटबन्दी का फैसला, पत्रकार का दावा पुख्ता सबूत मौजूद
पंकज कुमार सिंह
नई दिल्ली/कानपुर। देशभर के तमाम चैनलों के जरिए आमजन को अचानक मिली पाॅंच सौ व एक हजार के नोटबन्दी की खबर ने देश-दुनियां में हलचल पैदा कर दी थी। इस खबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत 8 नवंबर की रात 12 बजे से 500 और 1000 के नोट को प्रतिबन्धित करने की घोषणा की थी। दूरदर्शन के लाईव बैंड के साथ तमाम चैनल्स् ने इस खबर का प्रसाारण किया था। दरअसल यह घोषणा दूरदर्शन पर लाईव नहीं थी और ना ही प्रधानमंत्री मोदी सीधा प्रसाारण में घोषणा कर रहे थे। यह पहले से रिकाॅर्डेड और एडिटेड था। यह दावा भारतीय प्रेंस क्लब नई दिल्ली में अयोजित प्रेस कांफ्रेस के दौरान दूरदर्शन के जानेमाने पत्रकार सत्येन्द्र मुरली ने किया है। उन्होंने यह दावा भी किया है कि उक्त प्रकरण में उनके पास पुख्ता सबूत भी मौजूद है।