Friday, September 20, 2024
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जिलाधिकारी ने जिला पर्यावरण समिति की बैठक में विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा कर दिये निर्देश

कानपुर नगर। जिलाधिकारी विशाख जी0 की अध्यक्षता में सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में जिला पर्यावरण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। इस मौके पर शहर की वायु गुणवत्ता एवं वायु गुणवत्ता सूचकांक पर प्रतिकूल प्रभाव की रोकथाम हेतु शहरी क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियों से उत्सर्जित धूल एवं वायु प्रदूषण की प्रभावी रोकथाम हेतु विभाग-वार की गई कृत कार्यवाहियों की समीक्षा की गई। साथ ही बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, कानपुर मेट्रो रेल कारपोरेशन, कानपुर विकास प्राधिकरण, खनन विभाग, नगर निगम द्वारा धूल उत्सर्जन के नियंत्रण हेतु किए गए उपायों का प्रस्तुतीकरण किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जनपद में स्थापित 180 प्रदूषण जांच केंद्रों में 32 चिन्हित न पाए जाने वाले प्रदूषण जांच केंद्रों के विरूद्ध लाइसेंस प्रक्रिया समाप्त करने की कार्यवाही की जाए एवं 30 असंचालित प्रदूषण जांच केंद्रों को नोटिश निर्गत किया जाए।
अपर जिलाधिकारी, भू0 अध्या0 एवं खनन अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि खनन की गई मिट्टी के परिवहन में उपयोग किए जाने वाले वाहनों को ग्रीन नेट से कवर कर परिवहन किया जाए तथा खनन क्षेत्र में धूल उत्सर्जन के नियंत्रण हेतु किए जा रहे उपायों की जांच की जाए। साथ ही ईंट भट्ठा एसोशिएसन एवं सभी उप जिलाधिकारियों के साथ वायु प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में पृथक से बैठक की जाए एवं विगत वर्ष की भांति फायरिंग डेट 01 फरवरी निर्धारित की जाए। परियोजना निदेशक, कानपुर मेट्रो यह सुनिश्चित करें कि नव निर्माणाधीन मेट्रो कार्यस्थलों के मध्य अवस्थित चौराहों में सुगम यातायात हेतु ट्रैफिक वार्डन की तैनाती की जाए तथा निर्माणाधीन कार्यस्थलों एवं मोटरेबुल सड़कों को ब्रूमिंग मशीन से साफ कर प्रत्येक दिवस नियमित रूप से जल छिड़काव कराया जाए।
परियोजना निदेशक, कानपुर मेट्रो यह भी सुनिश्चित करें कि मेट्रो कार्यस्थलों में एंटी स्मोक गन का नियमित संचालन तथा बैरीकेटिंग के गैप्स एवं निर्माण सामग्री को ढकने हेतु ग्रीन नेट का उपयोग आदि पर्यावरणीय मानकों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए तथा यह मैकेनिस्म भी विकसित किया जाए कि रोड स्वीपिंग के उपरांत जनित मिट्टी के ढेर को तुरंत हटाया जा सके, जिससे सर्विस रोडों पर धूल उत्सर्जन का नियंत्रण प्रभावी रूप से हो।
मेट्रो, लोक निर्माण विभाग तथा जल संस्थान के संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि नरौना से मल्टी लेवल पार्किंग के मध्य क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत को तत्काल पूर्ण किया जाए तथा सीवर लाइन लीकेज को संबंधित अधिकारियों द्वारा आज ही स्थलीय भ्रमण कर लीकेज समस्या का निवारण किया जाए।
शहर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के अनुसार वायु प्रदूषण के स्तर के अनुसार प्लान में दी गई कार्यवाही एवं सुझाव स्थानीय स्तर पर सभी संबंधित विभागों द्वारा स्वतः प्रारंभ कर दिया जाए।
अपर नगर आयुक्त यह सुनिश्चित करें कि शहरी सड़कों की सफाई हेतु रूट प्लान बनाकर मैकेनिकल स्वीपिंग प्रभावी ढंग से किया जाए तथा सफाई कर्मचारियों को उचित निर्देश दिए जाएं कि किसी भी स्थिति में खुले में कूड़ा न जलाया जाए तथा जल प्रदूषण की रोकथाम हेतु निर्धारित अनटैप्ड नालों में बायो रैमिडिएशन का कार्य प्रारंभ किया जाए।
क्षेत्रीय अधिकारी, उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यह सुनिश्चित करें कि अपर नगर आयुक्त एवं जिला पंचायती राज अधिकारी के माध्यम से सफाई कर्मचारियों के साथ खुले में कूड़ा न जलाए जाने के संबंध में कार्यशालाएं आयोजित की जाएं।
अपर नगर आयुक्त को निर्देश दिए गए कि बर्रा एवं सी.टी.आई में स्थिति नहरों में कूड़ा-करकट की सफाई कार्य सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में केडीए सचिव शत्रोहन वैश्य, अपर जिलाधिकारी भू0 अध्या0 रिंकी जायसवाल, क्षेत्रीय अधिकारी, उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अमित मिश्रा एवं अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।