Thursday, April 18, 2024
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2 बाबुओं के खिलाफ लगाई रिपोर्ट दर्ज कराने की गुहार

हाथरसः जन सामना संवाददाता। नगर पालिका परिषद में फर्जीवाडा कर संग्रहक के पद पर नियुक्ति पाने वाले युवक ने अब पालिका के अधिकारी व कर्मचारियों पर घूस लेकर नियुक्ति करने का गम्भीर आरोप लगाये जाने के बाद पालिका के उक्त बाबुओं के खिलाफ मुकद्दमा कायम कराने को लेकर पुलिस कप्तान को आॅन लाइन रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर दी है।
शासन के पोर्टल पर पुलिस कप्तान को आॅन लाइन रिपोर्ट दर्ज कराने हेतु दी गई तहरीर में आरोप लगाते हुए विशाल सारस्वत पुत्र श्याम सुन्दर शर्मा निवासी गांधी चैक घण्टाघर द्वारा कहा गया है कि घूस की रकम पूरी न पहुंचने पर पालिका अधिकारियों ने उसकी नियुक्ति रद्द की है। इस सम्बंध में पीडित ने डीएम, मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष व आयुक्त अलीगढ को भी शिकायती पत्र भेजे हैं। संग्रहक पद पर नियुक्ति रद्द होने के बाद विशाल सारस्वत ने पुलिस अधीक्षक को आॅन लाइन भेजे शिकायतीे पत्र में कहा गया है कि संग्राहक पद पर तैनात उनके भाई कपिल सारस्वत का निधन 28 सितम्बर 2008 को हो गया था। मृतक का परिवार भुखमरी के कगार पर आ गया। मृतक भाई की पत्नी सीमा सारस्वत बीमार रहती है। सीमा सारस्वत ने उक्त नियुक्ति के लिए मुझसे कहा। मैंने जब आवेदन किया तो पालिका के एक अधिकारी ने कहा कि यह नियुक्ति नहीं हो सकती।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि संग्राहक के पद पर नियुक्ति दिलाये जाने के नाम पर उनसे पांच लाख रूपये घूस मांगी गई। एक अधिकारी और 2 कर्मचारी ने घर पर आकर बात करने के लिए कहा। वह घर गये तो इधर, उधर से पैसों का इंतजाम कर दो लाख रूपये मैंने 10 दिसम्बर 2017 को दिये थे। शेष तीन लाख रूपये दिये जाने के लिए एक माह का समय मांगा था। 12 दिसम्बर को मेरी नियुक्ति भी हो गई और 13 दिसम्बर को उपस्थिति रजिस्टर में मेरी हाजिरी लगवाना शुरू करा दिया। और 14 दिसम्बर को पालिका के 2 बाबुओं ने उससे बकाया 3 लाख रूपये की मांग की गई। तो उक्त बाबुओं संजय अग्रवाल व विजय स्वर्णकार ने उसे भरा बुला कहा।
पीडित विशाल सारस्वत ने आॅन लाइन शिकायत में कहा गया है कि उसे 10 साल बाद नौकरी की आस जगी थी लेकिन तीन लाख रूपये उक्त पालिका के बाबुओं संजय अग्रवाल व विजय स्वर्णकार को न दे पाना ही उसकी जान आफत में आ गई और बाबुओं ने प्रपंच रचकर उसकी नियुक्ति को फर्जी बताते हुए उसे बर्खास्त कर दिया जबकि पालिका में कई लोग मृतक आश्रित नौकरी पाकर नौकरी कर रहे हैं। पीडित ने पुलिस कप्तान से पालिका के भ्रष्ट दोनों बाबुओं संजय अग्रवाल व विजय स्वर्णकार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की गुहार लगाई है।