Saturday, April 20, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » भारत रत्न डा. अम्बेडकर का धम्म दीक्षा पर्व मनाया

भारत रत्न डा. अम्बेडकर का धम्म दीक्षा पर्व मनाया

बाबा साहब के 5 स्थलों को मोदी सरकार ने बनाया पंचतीर्थ स्थल
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। वरिष्ठ भाजपा नेता रामवीर सिंह भैयाजी के आवास श्री द्वारकाधाम गार्डन पर धम्मदीक्षा पर्व मनाया गया। जिसमें बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी द्वारा हिंदू धर्म में व्याप्त कुरीतियों को देखते हुए बौद्ध धम्म दीक्षा लेकर समाज को जाग्रत व विकास के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता रामवीर सिंह भैयाजी ने कहा कि डा. भीमराव अम्बेडकर ने जातिवाद, छुआछूत, ऊंच-नीच, पाखंडवाद के खिलाफ 14 अक्टूबर 1956 को बौद्ध धम्म दीक्षा ग्रहण की तथा भारतवर्ष में ही वैज्ञानिक एवं मानवता का संदेश देने वाले महामानव तथागत गौतम बुद्ध के बताए मार्ग पर चलने का संदेश दिया। इसी दिन खुद धम्म दीक्षा ग्रहण करने के उपरांत बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर जी ने 500000 अपने अनुयायियों को भी धम्मदीक्षा दी। उपरोक्त धम्मदीक्षा कार्यक्रम नागपुर में संपन्न हुआ जहां बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी ने धम्म दीक्षा की थी उस स्थल को भव्य स्वरूप प्रदान करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा पंचतीर्थ का नाम देकर बाबा साहब की जन्मस्थली महू छावनी को भव्य बनाने एवं उक्त जनपद का नाम अंबेडकर नगर रखा तथा 10 हेनरीज रोड लंदन स्थित जहां रहकर बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने शिक्षा ग्रहण की उक्त भवन को खरीदकर महाराष्ट्र सरकार एवं केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दिशा निर्देश में एक भव्य बहुमंजिला इमारत का निर्माण कराया जहां भारत से शिक्षा ग्रहण करने हेतु जाने वाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को निशुल्क रहने एवं खाने की व्यवस्था है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा 26 अलीपुर रोड स्थित भवन जहां रहकर बाबा साहब ने संविधान लिखा तथा अंतिम सांस ली उपरोक्त स्थल को भव्य एवं संविधान की आकृति देने तथा मुंबई स्थित अंत्येष्टि स्थल के बराबर बंद पड़ी सरकारी कपड़ा मिल की भूमि को भी अंत्येष्टि स्थल की भूमि में शामिल कर पंचतीर्थ स्थल की भूमि के रूप में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की समस्त यादों को संजोने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया है।
कार्यक्रम में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा दीक्षा पर्व को पर्व रूप में मनाने एवं समाज में व्याप्त कुरीतियों पर भी वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। भगवान सिंह भारती ने कहा कि बाबा साहब से प्रेरणा लेकर संगठित होकर अपना नेता एवं नेतृत्व समाज को पैदा करना चाहिए। बंटी भैया ने भी अपने क्रांतिकारी विचारों से सबको अवगत कराया। कवि गणपत गणेश एवं देवी सिंह निडर ने कविता के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन आर के बौद्ध ने किया तथा अध्यक्षता पन्नालाल बौद्ध ने की।
कार्यक्रम में संतराज सिंह, दयाराम शीतल, गया प्रसाद बाबा, उमा शंकर भारती, महेश सभासद, मास्टर रामचंद्र, अशोक कुमार, राजवीर सिंह, राकेश विमल, बहादुर सिंह, राज कपूर, डा. सतीश चंद, पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रभा सिंह, श्रीमती बेबी सिंह, मनीष, पारस, नरेश, रविंद्र प्रताप सिंह, सतीश वाल्मीकि, रवि आदि सैकड़ों लोग उपस्थित थे।