Friday, April 26, 2024
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धर्म के माध्यम से कोई नई परम्परा नहीं बनानी चाहिए

2017.02 copyमानव में आदर्श विचार व संस्कार पनपे तथा आदर्श घर की संकल्पना से ही सुख शांति संभव: प्रभारी डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। प्रभारी डीएम/मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार गुप्ता ने कहा कि सदाचार, आचरण, ईमानदारी व मेहनत लगन से हम बुलंदियों पर पहुंच सकते है। धार्मिक कार्यो पर बल देते हुए कि धर्मार्थ, जनसेवार्थ व सांस्कृतिक कार्यक्रम व सामूहिक भण्डारा भोज आदि के आयोजन का मुख्य उद्धेश्य समाज मे भाईचारे व प्रेम बढ़े, परस्पर एक दूसरे को समझे व यदि दूरी बढ़ या पनप रही हो उसको नजदीक में लाना है। मानव में आदर्श विचार व संस्कार पनपे तथा आदर्श घर की संकल्पना से ही सुख शांति संभव होती है। धर्म के माध्यम से कोई नई धारा या नई परम्परा नही बनानी चाहिए। जब दो धाराएं मिलती है वहां भंवर पैदा हो जाता है। इसलिए मानवीय संवेदनाओ व विचारधारा को सशक्त करने वाली धारा ही पर्याप्त है। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे प्रभारी डीएम केके गुप्ता ने यह उद्गार रूरा भटौली पत्रकार जयमिश्रा गांव के निकट चिलौली गांव में आयोजित एक धर्मार्थ जागरण व भोज कार्यक्रम में एक कुशल कथा वाचक के भांति रोचक तरीके व विस्तार से बताया और कहा कि जहां प्रेम भाईचारा और भारतीय संस्कृति मैत्री, आदर सत्कार, मान सम्मान का परिदृश्य दिखाई दे समझो वह घर है। मनुष्य को धर्म के माध्यम से धर्म भीरू न बनाकर आदर्श शैली के गुण सिखाने चाहिए। उसमे किसी प्रकार का कट्टरपन होना यह धर्म के विपरीत है। उसे वीणा के तार के भांति होना चाहिए क्योंकि वीणा का तार ज्यादा कसना और ढीला होना दोनो ही बेकार है। आदर्श जीवन व संयम, धैर्य व सकारात्मक विचारधारा वाला व्यक्ति कर्मयोगी होता है। जो जीवन मे प्रगति की ओर बढ़ता है। इस मौके पर प्रभारी डीएम ने अपने स्वरचित 30 वर्ष पुराने दो भक्ति गीत- मईया तेरे द्वार पड़ा एक लाल किवड़िया खोलो री मईया, अम्बे, जगदम्बे मुझे तेरा सहारा, दर पर जो तेरा पहुंचा खाली हाथ न आया है, तुम्हारी नजर क्यों खफा हो गयी, खता बक्स दो मईया यदि खता हो गयी को रोचक अन्दाज से आकर्षक प्रस्तुति की जिस पर पूरा माहौल जय जयकार से गूंज उठा। विशिष्ट अतिथि के रूप में सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार ने बताया कि मानव के रूप में ईश्वर की यह मनुष्य रूपी सुंदर कृति इंसानियत और मानवता के साथ ही प्राणी जगत के कल्याणकारी के लिए है। जीवन को प्रेम व ज्ञान की राह पर मोड़़ना चाहिए तथा सर्वजनहिताय, सर्वजन सुखाय की ओर सोचना चाहिए। रचनात्मक, सकारात्मक कार्यो को जीवन में तरजीह देकर समाज वा राष्ट्र को प्रगति की ओर ले जाने का संकल्प भी लेना चाहिए। आयोजक व समाजसेवी श्रीमती पुष्पा देवी व राजेश शुक्ला, एके शुक्ला व सत्येन्द्र कुमार कुशवाहा ने बताया कि कार्यक्रम के आयोजन से परस्पर अड़ोस पड़ोस के साथ ही दूर दराज के भक्तजन भी आते है। जिससे भाईचारा मजबूत होता है। श्रोता ज्योति शुक्ला ने बताया कि भाईचारा व राष्ट्रीयता की भावना को अंतर आत्मा की आवाज से मजबूत करना चाहिए। प्रीति प्रसाद भोज व खानपान कार्यक्रम सैकड़ों लोगों ने आलू मटर, टमाटर पनीर की सब्जी, गाजर का हल्लुवा, खीर, गोभी की सब्जी, कद्दू की सब्जी, पूड़ी कचैड़ी, रूआबजा शर्बत हिन्द, बेर, सेव, अंगूर आदि फलों को भी भोजन के रूप में भक्तजन व आये अतिथियों ने ग्रहण कर आनन्द लिया। इस मौके पर राकेश कुमार शुक्ला, मुन्नी देवी, वैष्णवी शुक्ला, नयन शुक्ला, अतुल शुक्ला, सत्यम शुक्ला, योगेन्द्र यादव, नवीन दीक्षित, शिवम त्रिवेदी आदि भी उपस्थित थे। लखनऊ की वैष्णवी जागरण और पार्टी व लखनऊ से आये कलाकारों ने आकर्षक सांस्कृति कार्यक्रम की प्रस्तुति ने लोगों को भोर रात्रि तक समा बांधे रहे तथा लोग भक्तिमय माहौल में लोटपोट भावभीनी तरीके से कार्यक्रम का आनन्द लेते रहे। प्रातः पर्यावरण मित्र नवीन दीक्षित ने गांववासियों को साफ सफाई ओडीएफ के बारे में भी जानकारी दी। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र से आए सैकड़ो युवा, महिला, पुरूष व बच्चो ने जी भरकर कार्यक्रम का आनंद लिया।