Friday, November 29, 2024
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जनता महाविद्यालय का 25 वां स्थापना दिवस हर्षोंल्लास से संपन्न

⇒छात्र मेहनत से देश का नाम रोशन करें–संजय सचान
घाटमपुर, कानपुरः सिराजी। कस्बे के मूसानगर रोड स्थित कैप्टन सुखवासी सिंह स्मारक जनता महाविद्यालय में गुरुवार को 25 वां स्थापना दिवस धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता लाल जी सचान उपाध्यक्ष विद्यालय प्रबंध समिति, और संचालन प्राचार्य डॉ हरी नारायण द्विवेदी द्वारा किया गया। दीप प्रज्वलन सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पूजन के पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। महाविद्यालय छात्र शिवेंद्र व सृजिता ग्रुप ने गणेश एवं सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्ति डांस संगीत नाटक पंजाबी गीत आदि कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संजय सचान अध्यक्ष नगर पालिका परिषद घाटमपुर ने अपने संबोधन में महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को आशीष देते हुए बसंत पंचमी के पावन अवसर पर परिश्रम और लगन से अध्ययन कर अपने और अपने परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि केवल परिवार ही नहीं पूरे समाज और देश की जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर ही हैं। कार्यक्रम में अतिथि दिग्विजय सिंह ने पर्यावरण संरक्षण पर सभी को जागरूक करते हुए जोर दिया कि पर्यावरण के प्रति सभी को जागरूक होना चाहिए। इसके लिए सभी को कम से कम एक वृक्षारोपण अवश्य करना चाहिए। जिससे पर्यावरण प्रदूषण से निजात मिल सके, महाविद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राओं एवं कालेज में आयोजित की जाने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि संजय सचान द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर पूर्व प्रबंधक स्वर्गीय वीरेंद्र सिंह की स्मृति में उनके परिवार की ओर से मेधावी छात्र-छात्राओं को पूर्व प्रबंधक स्वर्गीय वीरेंद्र सिंह की स्मृति मेधावी अलंकरण से सम्मानित किया गया। महाविद्यालय के प्रबंधक रणधीर सिंह तथा कोषाध्यक्ष डॉ कैलाश नारायण सचान, डा.जे. एन. सचान,डा. प्रेम सिंह (पूर्व अध्यक्ष) के अतिरिक्त बाबूलाल सचान रामाश्रय सचान विवेक सचान योगेश सचान आदि सदस्य गण एवं विभिन्न कालेजों के प्रधानाचार्य अभिभावक गण उपस्थित रहे। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी डॉ ममता शुक्ला उनके सहयोगी रेखा तिवारी अनुराधा सिंह एवं आशीष दुबे के अतिरिक्त डा.पी.एन. तिवारी भूपेंद्र सिंह अजीत सिंह आभा सिंह दिनेश विश्वकर्मा अजीत अवस्थी आदि प्राध्यापक मौजूद रहे।